बच्चों को सहायता केंद्र में छोड़कर महिलाएं भी कर सकेंगी कुंभ स्नान
अधिकारियों ने मेलाधिकारी को बताया कि इस सहायता केंद्र की प्रमुख अवधारणा चाइल्ड फ्रेंडली, जीरो चाइल्ड मिसिंग, जीरो चाइल्ड लेबर, महिला फ्रेंडली आदि है। केंद्र में छह वर्ष तक के बच्चे और महिलाओं के लिये विशेष व्यवस्था रहेगी। जिसमें अगर कोई महिला गंगा में स्नान करना चाहती है, तो वह अपने छह साल तक के बच्चे को इस केंद्र में रखकर कुंभ में स्नान कर सकती है। इस दौरान उनके बच्चे की पूरी देख-रेख व पौष्टिक भोजन की व्यवस्था केंद्र की होगी। केंद्र में कई भाषाओं-कन्नड़, मलयालम, गुजराती आदि को जानने वाले स्वयंसेवक भी होंगे। मेलाधिकारी ने इस योजना की प्रशंसा की तथा अधिकारियों को केंद्र स्थापित करने हेतु स्थान तथा फर्नीचर आदि की सुविधायें उपलब्ध कराने का पूरा भरोसा दिलाया।
कुंभ मेले में महिला श्रद्धालु अपने छोटे बच्चे को सहायता केंद्र में छोड़कर स्नान कर सकेंगी। इस दौरान केंद्र में तैनात स्वयं सेवी बच्चे का ध्यान रखने के साथ ही पौष्टिक भोजन की व्यवस्था भी करेंगे। इस केंद्र को कुंभ में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग लगाने जा रहा है। मेलाधिकारी दीपक रावत ने योजना की सराहना की है।महिला कल्याण विभाग के जिला प्रोबेशन अधिकारी अविनाश सिंह भदौरिया व महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम समन्वयक दुर्गा चमोली ने मेलाधिकारी दीपक रावत से सीसीआर में भेंट कर केंद्र स्थापना के लिए स्थान उपलब्ध कराने को आवेदन पत्र दिया।
मेलाधिकारी दीपक रावत ने गुरुवार को कुंभ की तैयारियों की दृष्टि से रोड़ीबेलवाला क्षेत्र का निरीक्षण किया। मेलाधिकारी ने रोड़ीबेलवाला क्षेत्र स्थित पर्यटन गेस्ट हाउस के निकट लगाए फुट ऑपरेटेड पानी के नल को ऑपरेट करके देखा। इसके पश्चात उन्होंने रोड़ीबेलवाला क्षेत्र में स्थापित थाने का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने टेंट, पीने के पानी की स्थिति, स्टोर रूम, मेस, शौचालय, सीवर सेफ्टी टैंक तथा उनकी क्षमता आदि के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। इसके बाद मेलाधिकारी ने रोड़ी बेलवाला क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर निर्माण कार्यों को देखा तथा रामायण पथ के निकट रखे मलबे को यथाशीघ्र हटवाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।