राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को मतदान शुरू हो गया है। विधानसभा में सवा दस बजे तक 11 विधायकों ने वोट डाले। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी अपने मत का इस्तेमाल किया। मतदान के लिए सभी विधायकों को वोट देने के लिए सात टेबिलों से गुजरना होगा।मतदान के लिए विधानसभा में 321 कक्ष को मतदेय स्थल बनाया गया।
इस गैलरी में विधायकों व मतदान ड्यूटी में लगे स्टाफ को छोड़कर अन्य सभी के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया। चुनाव के मद्देनजर विधानसभा में सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। निर्वाचन आयोग ने विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल को रिटर्निंग अफसर नामित किया है, उनकी देखरेख में सुबह दस बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू होगी।
मतदान के लिए शाम पांच बजे तक का समय नियत किया गया है। उत्तराखंड के सभी विधायक यहां वोट डालेंगे, जबकि लोकसभा व राज्यसभा सांसद अपना वोट दिल्ली में डालेंगे। रिटर्निंग अफसर सिंघल ने बताया कि मतदेय कक्ष में मोबाइल फोन, लैपटाप व अन्य सामग्री ले जाने पर रोक है।
विधायकों को निर्वाचन आयोग की तरफ से उपलब्ध कराई गए पैन से ही वरीयता क्रंमाक बैलेट पर दर्ज करना होगा। विधायक को वोट डालने से पहले सात टेबिलों से गुजरना होगा। सबसे पहले टेबिल में उनका मोबाइल फोन रखा जाएगा। इसके बाद परिचय पत्र की चेकिंग और फिर नाम की पर्ची दी जाएगी।
इसके बाद अगली टेबिल में उन्हें बैलेट दिया जाएगा और फिर वोट देने के लिए पैन मिलेगा। तब वे वोट डालेंगे और इसके बाद अपना बैलेट पेटी में डालेंगे। कोई विधायक यदि अपना वोट सार्वजनिक करता है तो इसे अवैध माना जाएगा।
विधानसभा में दलीय स्थिति
47 भाजपा
19 कांग्रेस
02 बसपा
02 निर्दलीय