सीबीएसई की तर्ज पर उत्तराखंड भी करेगा पाठ्यक्रम में कटौती

सीबीएसई की तर्ज पर उत्तराखंड भी करेगा पाठ्यक्रम में कटौती

स्कूलों के खुलने पर जरूरी एहतियात-व्यवस्थाओं के बाबत राज्य ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को सुझाव भेज दिए हैं। कोरोना के कारण स्कूल मार्च से लगातार हैं। यह बंदी 31 जुलाई तक है। स्कूल बंदी के कारण शैक्षिक सत्र पर काफी असर पड़ा है।

सीबीएसई की तर्ज पर उत्तराखंड भी पाठ्यक्रम में 30% कटौती करने जा रहा है। शिक्षा सचिव आर.मीनाक्षीसुंदरम ने कहा कि इसके औपचारिक आदेश जल्द जारी होंगे। दूसरी तरफ, स्कूलों को दोबारा शुरू करने के लिए केंद्र के दिशानिर्देश का इंतजार किया जा रहा है।

सत्र संतुलित करने को हाल में सीबीएसई ने इस साल अपने पाठ्यक्रम में 30 फीसदी तक कटौती की है। राज्य सरकार भी पाठ्यक्रम को लेकर सीबीएसई की ही राह पर है।

शिक्षा सचिव ने बताया कि कुछ समय पहले एमएचआरडी की वीडियो कांफ्रेंसिंग में सभी राज्यों से स्कूलों को खोलने व आवश्यक व्यवस्थाओं के लिए सुझाव मांगे थे। राज्य ने सुझाव भेज दिए हैं। इसमें सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्कैन, स्वच्छता को पर्याप्त सामग्री आदि स्कूलों में रखने पर जोर दिया गया है।

एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम जल्द ही हिंदी में भी मिलेगा

एनसीईआरटी हिंदी माध्यम के छात्रों को जल्द हिन्दी में सामग्री मुहैया कराएगा। केंद्र के निर्देश पर स्वयं पोर्टल पर विज्ञान व अन्य विषयों का हिंदी में अनुवाद किया जा रहा है।

कक्षा 11 व 12 तक के फिजिक्स के अनुवाद की जिम्मेदारी उत्तराखंड को दी गई। एनसीईआरटी के रिसोर्स पर्सन रमेश बडोनी इसे अंजाम दे रहे हैं। जीआईसी मिसराज पट्टी में फिजिक्स के प्रवक्ता बडोनी बीते साल राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं।

बडोनी ने बताया, एनसीईआरटी ने 31 जुलाई तक अनुवाद पूरा करने का लक्ष्य दिया है। एनसीईआरटी ने स्वयं पोर्टल तक पहुंच और उसके उपयोग को भी आसान कर दिया है।

अब इस पर ईमेल के जरिए रजिस्ट्रेशन कराने की बाध्यता खत्म कर दी है। कोई भी व्यक्ति इस पोर्टल से पाठ्यसामग्री आसानी से डाउनलोड कर सकता है।

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