मंगलवार को रोडवेज बोर्ड की बैठक में यह निर्णय किया गया। विधानसभा के निकट स्थित रोडवेज मुख्यालय में बोर्ड अध्यक्ष एसीएस आनंद बर्धन की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सिलसिलेवार कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। बोर्ड ने तय किया है कि पहाड़ी मार्गों के लिए डीजल की बसें ही खरीदी जाएंगी।
रोडवेज बस बेडे में हर साल 60 नईं बस शामिल होंगी। भविष्य में रोडवेज के बस बेड़े में रोडवेज की अपनी निजी बसों की संख्या 60 फीसदी तक रहेगी। अनुबंधित बसों को बढ़ावा देते हुए उनकी संख्या 40 फीसदी रखी जाएगी। रोडवेज की अंनुबंधित बसों का अनुबंध छह महीने के लिए बढ़ाया जा रहा है। कोरोनाकाल में बस संचालन प्रभावित होने से हुए नुकसान की भरपाई को यह निर्णय किया गया है।
बोर्ड ने अर्न्तराज्यीय और दूरस्थ पर्वतीय मार्गों पर प्रवर्तन के लिए पांच नई बोलेरो खरीदने की अनुमति भी दे दी है। वर्ष 2016 से 2020-21 की ऑडिट रिपेार्ट को बोर्ड की अगली बैठक में रखने के निर्देश दिए गए हैं। रोडवेज की संपत्तियों के कामर्शियल उपयोग के लिए चयनित फर्म को सही उपयोग और राजस्व की संभावनाओं की फिजीबिलिटी रिपेार्ट तैयार कराने के लिए भी कहा गया है।
बोर्ड ने रेाडवेज में जारी फ्लीट मैनेजमैंट सिस्टम, कार्यशाला आधुनिकीकरण, बस स्टेशन आधुनिकीकरण और ईटीएम में यूपीआई द्वारा पेमेंट की प्रक्रिया को जल्द पूरा कर लिया जाए। इसकी रिपेार्ट भी अगली बोर्ड बैठक में रखी जाएगी। बैठक में परिवहन सचिव अरविंद सिंह ह्यांकि, एमडी रोहित मीणा, जीएम-आपरेशन दीपक जैन आदि मौजूद रहे।
ये अहम फैसले हुए
– सीधी भर्ती के फ्रीज किए पदों में एजीएम, केन्द्र प्रभारी, लेखाकार, मैकेनिक, टायर प्रशिक्षक, विद्युतकार, फिटर मैकेनिक एवं सहायक भंडारपाल के आवश्यक पदों पर भर्ती की जाएगी। इनकी संख्या 30 के करीब होगी।
– कार्मिकों को एमएसीपीएस की सुविधा के लिए लिए सीआर में अतिउत्तम टिप्पणी की बाध्यता नहीं रहेगी। उत्तम श्रेणी में भी यह लाभ मिलेगा।
– कोरोना की वजह बस संचालन प्रभावित रहने के कारण कार्यालय सहायक द्वितीय व कनिष्ठ लिपिक के पदों पर अर्जित किलोमीटर में छूट का आदेश मंजूर।