कोरोना को मात देने के लिए उत्तराखंड टीकाकरण के लिए तैयार

कोरोना को मात देने के लिए उत्तराखंड टीकाकरण के लिए तैयार

राज्य के कई जिलों में मोबाइल और इंटरनेट की दिक्कत है। खासकर पर्वतीय जिलों में कई इलाके हैं जहां सिग्नल भी मुश्किल से पहुंचते हैं। ऐसे में एसएमएस के जरिए लोगों को टीकाकरण की तिथि और बूथ की जानकारी देना बड़ी चुनौती होने जा रही है। इसी को देखते हुए अब अब प्लान बी भी तैयार किया जा रहा है ताकि नेटवर्क की वजह से लोगों का टीकाकरण प्रभावित न हो। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए पहले से ही घर घर कार्ड पहुंचाने की योजना है। हालांकि पहले चरण में इस योजना की जरूरत कम पड़ेगी। क्योंकि पहले दौर में सिर्फ स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होना है।

राज्य में मोबाइल और इंटरनेट की कमजोर कनेक्टिविटी को देखते हुए कोरोना टीकाकरण की रणनीति में बदलाव किया जा रहा है। दूसरे चरण के टीकाकरण अभियान के दौरान लोगों को केवल एसएमएस के जरिए बूथ और टीके की जानकारी नहीं दी जाएगी। बल्कि टीकाकरण से पूर्व घर घर कार्ड वितरित किए जाएंगे जिसमें बूथ और टीकाकरण की तिथि दर्ज होगी।

टीकाकरण का पूरा कार्यक्रम एसएमएस और पोर्टल रजिस्ट्रेशन पर आधारित है। यदि नेटवर्क में दिक्कत आई तो टीकाकारण में परेशानी खड़ी हो सकती है। बूथ पर केवल उन्हीं लोगों का टीकाकरण होना है जिन्हें कोविन साफ्टवेयर से एसएमएस प्राप्त होंगे। इसी मैसेज के आधार पर टीकाकरण बूथ का पता चल पाएगा। टीकाकरण के दौरान टीका लगने वाले लोगों का कोविन साफटवेयर पर दुबारा भी पंजीकरण होना है। ऐसे में नेटवर्क की वजह से बड़ी परेशानी हो सकती है।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि कोरोना टीकाकरण का मैसेज रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर आना है। ऐसे में रजिस्टर्ड नम्बर को बदलना ठीक नहीं है। राज्य में अभी 94 हजार स्वास्थ्य कर्मियों का पंजीकरण हुआ है। इन सभी लोगों को टीकाकरण शुरू होने के बाद एसएमएस आने हैं। इसलिए जिन लोगों के मोबाइल नम्बर रजिस्टर्ड हो चुके हैं वे अब टीकाकरण तक नम्बर न बदलें। एक बार छूट गए तो टीकाकरण में बड़ी परेशानी हो सकती है।

राज्य में पहले चरण के लिए अभी तक सिर्फ 390 बूथ चिह्नित हो पाए हैं। ऐसे में टीकाकरण अभियान में काफी दिन लगने वाले हैं। केंद्र सरकार के मानकों के अनुसार एक दिन में एक बूथ पर सौ लोगों का ही टीकाकरण होना है। ऐसे में 390 बूथ काफी कम है। इससे पूर्व राज्य के मुख्य सचिव ओम प्रकाश कह चुके हैं कि राज्य में चार दिन के भीतर स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण कर लिया जाएगा। लेकिन 390 बूथ से चार दिन में 94 हजार लोगों का टीकाकरण संभव नहीं है। ऐसे में सरकार को बूथ बढ़ाने होंगे।

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