उत्तराखंड में बारिश ने मचाई भारी तबाही, पढ़ें ये खबर

देहरादून। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के नौ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यहां आज और कल भारी बारिश होने की संभावना है। वहीं आज जोशीमठ में बरसाती नाले के उफान पर आने से तीन ढाबे बह गए और दो मलबे में दब गए हैं।

बदरीनाथ हाईवे टंगडी, लामबगड़ बंद पड़ा हुआ है। तीर्थयात्री हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं। एनएच और बीआरओ की जेसीबी मशीन हाईवे खोलने में लगे हैं। पैनी के खनोटी में बरसाती नाले के उफान में आने से यहां तीन ढाबे  बह गए और दो ढाबे मलबे में दब गए हैं। सेलंग के कल्पेश्वर भंडारी का कहना है कि बीती रात खनोटी नाले में उफान के चलते दीपक बिष्ट पैनी, अरविंद बिष्ट पैनी सुभाष सिंह सेलंग की दुकानें बह गई। इससे उन्हें लाखों का नुकसान हुआ है। वहीं, कल्पेश्वर भंडारी, भरत सिंह बिष्ट की दुकान मलबे में दब गई।

उत्तरकाशी में गंगोत्री हाईवे हर्षिल के पास मलबा आने अवरुद्ध पड़ा हुआ है। बीआरओ द्वारा राजमार्ग खोलने का कार्य जारी है। रुद्रप्रयाग से केदारनाथ तक बादल छाये हैं। यहां बारिश के आसार हैं। रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग हाईवे जामू नर्सरी में अवरूद्ध है। गौरीकुंड के समीप पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आने से एक खच्चर की दर्दनाक मौत होने की सूचना है। चमोली जिले में सुबह से मौसम खराब है। यहां बारिश थमी हुई है।
उत्तराखंड के नौ जिलों में आज और कल भारी बारिश का अनुमान है। मौसम केंद्र ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि अन्य इलाकों में भी बारिश के आसार बने हुए हैं। मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार, शनिवार (17 अगस्त) और रविवार (18 अगस्त) को देहरादून समेत नौ जिलों में भारी बारिश के आसार हैं।

इस दौरान पौड़ी, नैनीताल, ऊधमसिंह नगर और चंपावत में बहुत भारी बारिश की संभावना है। हरिद्वार, टिहरी, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि प्रदेश के लगभग सभी स्थानों पर बारिश होने का अनुमान है।

तेज बारिश के बीच ग्राम पंचायत सुजऊ के बानुवा खेड़ा में एक मकान भरभरा कर ढह गया जबकि, इसी ग्राम पंचायत के टटाई खेड़ा में एक मकान को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। मकान के ढहने से पीड़ित परिवार के सामने सिर छिपाने का संकट खड़ा हो गया है।

ग्राम पंचायत के बानुवा खेड़ा में गीताराम जोशी का मकान है। शुक्रवार सुबह चार बजे परिवार के सभी लोग घर में सो रहे थे। तभी गीताराम की भाभी ने कुछ गिरने की आवाज सुनी। उन्होंने बाहर जाकर देखा तो बांई तरफ की दीवार के पत्थर गिर रहे थे। आनन फानन में उन्होंने सभी को घर से बाहर निकाला, जिसके बाद पूरा मकान ढह गया। मकान के नीचे दब कर रोजमर्रा की जरूरी वस्तुएं कपड़े, अनाज, बर्तन सब कुछ दब कर बर्बाद हो गया। इससे उनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया।

वहीं, टटाई खेड़ा गांव निवासी दौलत राम जोशी के मकान की एक तरफ की दीवार गिर गई। जिस समय दीवार गिरी उस समय घर में कोई नहीं था, जिस कारण बड़ा हादसा होने से बच गया। पीड़ित परिवारों ने तहसील प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाई है। उधर, संपर्क करने पर तहसीलदार केएस नेगी ने बताया कि अभी फिलहाल मामला संज्ञान में नहीं है। पटवारी से रिपोर्ट मांगकर कार्रवाई की जाएगी।

तेज बारिश में बागेश्वर जिले की कांडा तहसील के अंतर्गत ढोलगांव में बृहस्पतिवार तड़के साढ़े तीन बजे एक मकान भरभराकर ढह गया। मलबे में गृहस्वामी देव सिंह की बहू प्रेमा देवी (22), बेटा नीरज सिंह नगरकोटी दब गए। दूसरे कमरे में सोए देव सिंह और उनकी पत्नी कौशल्या देवी ने शोर मचाया तो पड़ोस में रहने वाले पूरन सिंह ने मलबे में दबे नीरज को बाहर निकाल लिया।

सूचना पर पहुंची आपदा प्रबंधन की टीम और ग्रामीणों ने प्रेमा देवी को काफी मशक्कत के बाद बाहर निकाला लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। नीरज की कमर में हल्की चोट है। उसे सीएचसी कांडा में भर्ती कराया गया है। प्रेमा तीन माह की गर्भवती थी। उधर, पहाड़ी दरकने से पिथौरागढ़-टनकपुर एनएच पांच घंटे बंद रहा जबकि गणाईगंगोली-बनकोट सड़क  15 घंटे तक बंद रही।

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