उत्तरपूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में हिंसा में कम से कम 42 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए। संपत्ति को काफी नुकसान पहुंचा है। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया।
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हुई हिंसक झड़प में 40 से अधिक लोगों की जान चली गई। इस हिंसा में उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल के दलबीर सिंह की भी जान चली गई थी। उत्तराखंड सरकार ने मृतक के परिजनों को पांच लाख रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
वहीं, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दंगा पीड़ितों जल्द से जल्द मुआवजा बांटने के लिए एसडीएम घर-घर जाकर निरीक्षण करने के बाद मंजूरी देंगे। उन्होंने कहा कि हर किसी को बिना जांच ऐसे ही पैसा नहीं दिया जा सकता है। हम 25 हजार रुपये जल्द से जल्द देने के लिए एनजीओ की सहायता ले रहे हैं और अखबारों के जरिए फॉर्म भेजे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जिनका घर पूरी तरह से जल गया है वो पूरा विवरण देंगे। इसके लिए हम कोई डॉक्यूमेंट नहीं मांग रहे हैं। उत्तर-पूर्वी जिले में जाकर कोई व्यक्ति खुद भी फॉर्म दे सकता है। इसके तुरंत बाद सुबह आने वाले फॉर्म का शाम तक वेरिफिकेशन कर 25 हजार रुपये देने की कोशिश करेंगे। दो से तीन दिन में जितना मुआवजा बनता है दे दिया जाएगा।
इसके साथ ही सीएम ने कहा कि बहुत ज्यादा गंभीर हालत वाले मरीजों को प्राइवेट अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा। जनता का कोई सुझाव है तो उसका स्वागत है।