उत्तराखंड सरकार ने कोविड कर्फ्यू में दी बड़ी राहत, रात 9 बजे तक खुल सकेंगे बाजार
सोमवार को कैबिनेट मंत्री व सरकारी प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने बताया कि राज्य में कोरोना संक्रमण दर में काफी गिरावट आ चुकी है। इसके मद्देनजर दुकानों को खोलने की अवधि शाम सात के बजाय अब रात नौ बजे तक कर दी है। मुख्य सचिव डॉ. सुखवीर सिंह संधु की तरफ से इसके आदेश भी कर दिए हैं और मंगलवार सुबह से नई एसओपी लागू होगी। उन्होंने बताया कि मल्टी प्लेक्स, स्वीमिंग पुल,मनोरंजन पार्क, थिएटर, आडोटोरियम अब 50 फीसदी क्षमता के साथ खुल सकेंगे। एक तरह से लंबे अरसे के बाद उत्तराखंड अब अनलाक की तरफ बढ़ गया है। सरकारी प्रवक्ता उनियाल ने बताया कि बाकी अन्य प्रतिबंध 27 जुलाई तक पूर्ववत लागू रहेंगे।
उत्तराखंड सरकार ने कोविड कर्फ्यू एक हफ्ते के लिए आगे बढ़ाते हुए व्यापारियों को बड़ी राहत दी है। अब राज्यभर के बाजार रात नौ बजे तक खुल सकेंगे। वहीं, स्वीमिंग पुल, मल्टीप्लेक्स व मनोरंजन पार्क भी 50 फीसदी क्षमता के साथ खुल सकेंगे।
राज्य के भीतर बिना रोक टोक जा सकेंगे
उत्तराखंड के भीतर एक से दूसरे जिले में आवाजाही को भी अब बिना रोक टोक कर दिया है। अभी तक मैदानी जिलों से पर्वतीय जिलों में जाने के लिए आरटीपीसीआर, ट्रूनेट और एंटीजन जांच की नेगेटिव रिपोर्ट की बाध्यता की गई थी। सरकार ने इसे भी खत्म कर दिया है। इससे मैदानी क्षेत्रों से पहाड़ जाने वाले राज्यवासियों को राहत मिली है।
देश के विभिन्न शहरों से हवाई, रेल व सड़क मार्ग के जरिए आने वाले व्यक्तियों को भी सरकार ने राहत दे दी है। ऐसे व्यक्ति जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दो डोज 15 दिन पहले लगा ली हैं, उन्हें इसके प्रमाण पत्र के आधार पर प्रवेश की अनुमति दे दी है। हालांकि इन व्यक्तियों को भी स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण कराना अनिवार्य किया है। जिन व्यक्तियों के पास दो डोज वैक्सीन का प्रमाण पत्र नहीं होगा, उन्हें एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और सीमावर्ती चेक पोस्टों पर 72 घंटें पूर्व की कोरोना जांच की नेगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।
राज्य के दोनों मंडलों से यूपी के रास्ते आने-जाने वाले लोगों को स्मार्ट सिटी के पोर्टल पर पंजीकरण कराना अभी भी अनिवार्य रहेगा। वहीं, सरकार ने आटो व टैक्सियों के संचालन को 24 घंटें की छूट दे दी है। मुख्य सचिव डा. संधु ने कहा कि शिक्षण संस्थान अभी बंद ही रहेंगे और इनमें आनलाइन पढ़ाई को प्रोत्साहित किया जाएगा।