स्वच्छता सर्वेक्षण में उत्तराखंड को मिले तीन पुरस्कार
केंद्र सरकार की ओर से गुरुवार को जारी रैंकिंग की जानकारी देते हुए उत्तराखंड के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि देशभर के 4242 शहरों और 62 कैंट बोर्ड के बीच कराए गए सर्वेक्षण में उत्तराखंड के निकायों ने हर श्रेणी में बेहतर प्रदर्शन किया है। एक लाख से कम आबादी वाले शहरों की सिटीजन फीडबैक श्रेणी में नंदप्रयाग नगर पंचायत को देशभर में प्रथम और अल्मोड़ा कैंट बोर्ड को तीसरा स्थान मिला है।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के नतीजों में राजधानी देहरादून सहित उत्तराखंड के सभी नगर निगमों ने अपनी रैंकिंग सुधारी है। एक लाख से कम आबादी वाले शहरों के बीच सिटीजन फीडबैक के मामले में नंदप्रयाग नगर पंचायत पहले और अल्मोड़ा कैंट को देशभर में तीसरा स्थान हासिल हुआ है। जबकि सौ से कम शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड को भी देशभर में बेस्ट परफॉर्मिंग तीसरा स्थान हासिल हुआ है।
इसी तरह सौ से कम शहरों वाले राज्यों की श्रेणी में उत्तराखंड को तीसरा स्थान मिला है। जबकि पिछले साल इस श्रेणी में उत्तराखंड 19वें स्थान पर रहा है। इस श्रेणी में 17 राज्य और सात केंद्र शाषित प्रदेश शामिल थे। उन्होंने नतीजों पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार सभी वार्डों में हर तरह के कूड़े का शत प्रतिशत डोर टू डोर कलेक्शन करवा रही है।
साथ ही डम्पिंग साइट पर कई सालों से जमा कूड़ा भी साफ करवाया जा रहा है। इस मौके पर सचिव शहरी विकास शैलेश बगौली, निदेशक विनोद कुमार सुमन, नंद्रप्रयाग नगर पंचायत अध्यक्ष हीमानी वैष्णव, अल्मोड़ा कैंट की सीईओ आकांक्षा तिवारी भी उपस्थित हुए।
एसबीएम टीम सम्मानित
शहरी विकास मंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन में बेहतर काम करने पर शहरी विकास निदेशालय में कार्यरत स्वच्छ भारत मिशन की टीम को सम्मानित किया। इसमें अपर निदेशक अशोक कुमार पांडेय, संयुक्त निदेशक कमलेश मेहता, अधीक्षण अभियंता रवि पांडेय, राज्य मिशन प्रबंधक रवि शंकर बिष्ट, विशेषज्ञ कमल भट्ट, राकेश कुमार, उपेंद्र सिंह तड़ियाल, अनुज गुलाटी के नाम शामिल हैं।
पुरस्कार से मिलेगी प्रेरणा
कोविड के कारण इस साल सर्वेक्षण रैंकिग समारोह ऑनलाइन जारी किया गया। जिसमें दिल्ली से केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भाग लिया। जबकि देहरादून सचिवालय में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत और शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने भाग लिया। इस मौके पर सीएम त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि रैंकिंग से निकायों को और सुधार की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने कहा कि अभी इसमें और सुधार की गुंजाईश है।
नगर निगमों की स्थिति
निकाय इस साल रैंक गत वर्ष
देहरादून 124 384
रुड़की 131 281
काशीपुर 139 304
हल्द्वानी 229 350
हरिद्वार 244 376
रुद्रपुर 316 403
छोटे निकायों ने किया अच्छा प्रदर्शन
राज्य के छोटे निकायों ने इस साल भी स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा प्रदर्शन किया है। पचास हजार से एक लाख की आबादी वाले शहरों की श्रेणी में रामनगर ने देशभर में 18वां, जसपुर ने 56, पिथौरागढ़ ने 58 वां स्थान हासिल किया है। 25 हजार से 50 हजार के बीच आबादी वाले शहरों में नैनीताल ने 68 वां और सितारगंज ने 106वां स्थान हासिल किया है। जबकि इससे कम आबादी वाले शहरों में मुनि की रेती ने 12 वां, उखीमठ ने 41, भीमताल ने 50 वां स्थान हासिल किया है। इसी तरह गंगा टाउन श्रेणी में भी गौचर ने तीसरा, जोशीमठ ने चौथा, रुद्रप्रयाग ने पांचवां, श्रीनगर ने छठवां और गोपेश्वर ने आठवां स्थान हासिल किया है।