उत्तराखंड त्रासदी में हुए नुकसान की भरपाई के लिए 10 करोड़ रुपये देगी यूपी सरकार
नैनीताल आपदा प्रबंधन विभाग ने जिले में 25 लोगों के मौत और सात लोगों के लापता होने की पुष्टि की है। मृतकों में 14 उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूर हैं। नैनीताल जिले के रामगढ़ ब्लॉक के झुतिया, सुनका ग्रामसभा में 9 मजदूर घर में ही जिंदा दफन हो गए। जबकि, झुतिया गांव में ही एक मकान मलबे में दबने से पति-पत्नी और उनके बेटे की जान चली गई। धारी ब्लॉक के दोषापानी में 5 मजदूरों की दीवार के नीचे दबने से मौत हो गई। इसके अलावा नैनीताल के ही क्वारब में 2, कैंचीधाम के पास 2, बोहराकोट में 2, ज्योलीकोट में एक और भीमताल के खुटानी में हल्दूचौड़ निवासी शिक्षक के बेटे की मलबे में दबने से मौत हो गयी। अब तक 600 से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड की त्रासदी में त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए₹10 करोड़ की धनराशि उपलब्ध कराने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी गई है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड में अतिवृष्टि से जन-धन की हानि पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता कर हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया है। आपको बता दें कि बीती दो-तीन दिनों से हो रही भारी बारिश ने उत्तराखंड से लेकर यूपी तक में तबाही मचा रखी है। उत्तराखंड में भारी बारिश के दौरान हुए भूस्खलन की घटनाओं में 42 लोगों की मौत हो गई है।
अल्मोड़ा में छह लोगों की मलबे में दबने से मौत हुई है। जबकि, चंपावत में पांच और पिथौरागढ़-बागेश्वर में भी एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। बाजपुर में तेज बहाव में बहने से एक किसान की मौत हो गई। उधर, बारिश का पानी घर में घुसने से फैले करंट से किच्छा में यूपी के देवरिया के विधायक कमलेश शुक्ला के घर में करंट फैलने से बहू की मौत हो गई। नैनीताल के ओखलकांडा में छह लोग और हल्द्वानी में मंगलवार देर शाम गौला नदी में बहने से एक युवक लापता हैं।
कुमाऊं क्षेत्र में 42 और लोगों की मौत के साथ ही आपदा के कारण मरने वालों की संख्या 47 हो गई है क्योंकि पांच लोगों की मौत सोमवार को हुई थी। डीआईजी निलेश आनंद भारने ने बताया, ”कुमाऊं क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 40 से अधिक हो गई है।” अधिकारी ने बताया कि इन 42 मौतों में से 28 लोग नैनीताल जिले में मारे गए, छह-छह लोगों की मौत अल्मोड़ा एवं चंपावत जिलों में, एक-एक व्यक्ति की मौत पिथौरागढ़ और उधम सिंह नगर जिले में हुई है।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा की वजह से जान गंवाने वालों के आश्रितों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। दून में धामी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सभी डीएम से अपडेट लेते हुए अलर्ट रहने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि राहत एवं बचाव कार्य के लिए केंद्र सरकार की ओर से तीन हेलीकॉप्टर दिए हैं।
इस बीच, एसईओसी ने कहा कि राज्य की अधिकतर नदियां उफान पर हैं और हरिद्वार में गंगा का जलस्तर 293.90 मीटर तक पहुंच गया है, जो खतरे के निशान 294 मीटर से मामूली नीचे है। एसईओसी ने बताया कि नैनीताल में 90 मिलीमीटर, हल्द्ववानी में 128 मिमी, कोश्याकुटोली में 86.6 मिमी, अल्मोड़ा में 216.6 मिमी, द्वाराहाट में 184 मिमी और जागेश्वर में 176 मिमी बारिश हुई।