भारत की अलग पहचान का प्रतीक बनेगी यूपी फिल्म सिटी – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

भारत की अलग पहचान का प्रतीक बनेगी यूपी फिल्म सिटी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं। यहां अधूरा कुछ नहीं होता। यह राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा, शिव की काशी के साथ ही बुद्ध, कबीर और महावीर की भी धरती है। गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है। यह सभी पूर्णता के प्रतीक हैं। उत्तर प्रदेश अपनी इसी परंपरा को गति प्रदान करते हुए एक भव्य,आपकी जरूरतों को पूर्ण करने वाला दिव्य और सर्वसुविधायुक्त पूर्ण फिल्म सिटी का विकास कर दुनिया को एक उपहार देगा। इसके विकास के लिए आप सभी के सुझावों का स्वागत है।

उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित देश की सबसे खूबसूरत तथा सबसे बड़ी फिल्म सिटी को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ बेहद गंभीर हैं। बीते शुक्रवार यानी 18 सितंबर को उनकी घोषणा के बाद से फिल्मी जगत की नामचीन हस्तियों ने सीएम योगी आदित्यनाथ को बधाई दी है। आज सीएम योगी आदित्यनाथ वीडियो कन्फ्रेंसिंग के माध्यम से फिल्म जगत के नामचीन लोगों से फिल्म सिटी पर राय ली। इसके साथ ही नोएडा में एक हजार एकड़ जमीन को इसके लिए फाइनल कर दिया गया।

उत्तर प्रदेश में डेडीकेटेड इन्फोटेनमेंट जोन (फिल्म सिटी) बनाने की खातिर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा के साथ ग्रेटर नोएडा में देश की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाने की इच्छा जाहिर की और यमुना एकसप्रेस-वे पर भी इसके लिए जमीन देखी गई। आगे के क्रम में इसमें इटावा की लॉयन सफारी को भी शामिल किया जा सकता है।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश भारतीय संस्कृति का एक केंद्र बिंदु है। प्राचीन पौराणिक कालखंड से लेकर अर्वाचीन काल तक देश की आजादी की लड़ाई में प्रदेश का योगदान रहा है। यहां भगवान राम से लेकर श्रीकृष्ण तक की जन्मस्थली है।

गंगा-यमुना की संगमस्थली प्रयागराज भी यहीं है। उन्होंने देश के फिल्म जगत से जुड़े डायरेक्टर और फिल्म प्रोड्यूसर, आप सभी का इस फील्ड में लम्बा अनुभव है, आप सभी शॉर्ट नोटिस पर उत्तर प्रदेश आए हैं, इसके लिए मैं अपनी पूरी टीम की तरफ से आप सभी का हृदय से अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि आपकी बातें सुनकर मुझे, आप सबके अंदर उत्साह और उमंग देखने को मिला। यह मेरे अंत:करण को प्रफुल्लित करने वाला क्षण है कि शासन की किसी घोषणा को उस फील्ड से जुड़े हुए लोग अंत:करण से स्वीकार कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री जी मंगलवार को सिनेमा जगत की बड़ी हस्तियों से मुखातिब थे। अनुपम खेर, परेश रावल, उदित नारायण, नितिन देसाई, कैलाश खेर, अनूप जलोटा, अशोक पंडित, सतीश कौशिक सहित जैसे अनेक दिग्गजों के साथ मुख्यमंत्री जी ने प्रस्तावित फिल्म सिटी के स्वरूप पर विस्तार से विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश पर प्रकृति और परमात्मा की असीम कृपा है। फिल्मों ने हमारी भारतीय संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है। यह समाज का दर्पण हैं। ऐसे में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेन्ट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है। इस दिशा में हमारे प्रयास अधिक उपयोगी, लाभदायक और व्यापक बन सकें, इसके लिए हम पूरे फिल्म जगत से सुझाव आमंत्रित कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि संवाद के माध्यम से एक-दूसरे की आवश्यकताओं को समझने और उनकी पूर्ति करने का अवसर प्राप्त होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिल्म जगत के लोगों के सुझाव और अनुभवों का लाभ लेते हुए हम वैश्विक फिल्म जगत को एक नया विकल्प देने को तत्पर है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप सब हमारे लिए धरोहर हैं, जो संस्कृति और भारतीय परम्परा को एक मंच देकर आने वाली पीढ़ी तक पहुंचा रहे हैं। यह तो तय है कि सामान्य व्यक्ति इतिहास के पन्नों को नहीं पलटता, लेकिन सिनेमा के माध्यम से आप हमेशा के लिए उसके मानस में इस बात को रखते हुए उसके साथ जोड़ देते हैं। फिल्में समाज का दर्पण हैं। फिल्मों ने हमारी संस्कृति से विश्व जगत को परिचित कराया है। प्रदेश में फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने के साथ स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी व इन्फोटेनमेंट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है।

विश्व के लिए उदाहरण बनेगी यूपी की फिल्म सिटी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि फिल्म सिटी में वर्ल्ड क्लास सिविल व पब्लिक एमेनिटीज की स्थापना प्रस्तावित है। हमारा प्रयास रहेगा कि इसे सर्वोकृष्ट डेडिकेटेड इन्फोटेनमेंट जोन के रूप में विकसित किया जाए। आने वाला समय ओटीटी व मीडिया स्ट्रीमिंग का है। इसके लिए हाई कैपेसिटी, वर्ल्ड क्लास डाटा सेंटर की स्थापना भी इन्फोटेनमेंट जोन में की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के लिए स्मूथ व फूलप्रूफ व्यवस्था के साथ-साथ टैक्स एक्जेंप्शन की सुविधा पर भी विचार कर रहे हैं। सभी के सहयोग से यह फिल्मसिटी जल्द ही आकार लेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा उत्तर प्रदेश भारतीय संस्कृति, सभ्यता और समृद्ध परंपरा का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र है। यमुना एक्सप्रेस-वे क्षेत्र में जहां यह फिल्म सिटी विकसित करने का विचार है, वह भारत के ऐतिहासिक, पौराणिक इतिहास से सम्बद्ध है। यह हस्तिनापुर का क्षेत्र है। हमारे दिव्य-भव्य कुंभ से पूरी दुनिया आह्लादित है। फिल्म सिटी भी सभी की उम्मीदों को पूरा करने वाली होगी।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश से फिल्म उद्योग में कई हस्तियां हैं। अब तो उनको घर में ही माहौल मिलेगा। उत्तर प्रदेश आबादी के हिसाब से देश का सबसे बड़ा प्रदेश है। यहां पर 24 करोड़ की आबादी निवास करती है। बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड और दिल्ली की सीमाएं इससे मिलती हैं। इसके अलावा नेपाल की सीमा भी प्रदेश से मिलती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां पर यह फिल्मसिटी हम प्रस्तावित कर रहे हैं, यह भारत की पहचान का प्रतीक बनेगा। यह गंगा-यमुना के बीच का भूभाग है। यमुना के पैरलल यमुना एक्सप्रेस-वे का निर्माण दिल्ली को आगरा से जोड़ने के लिए किया गया है, उसके बीच यह पूरा क्षेत्र पड़ता।

उन्होंने कहा कि भारत का नाम भारत शकुंतला पुत्र भरत के नाम पर पड़ा, उसी हस्तिनापुर के आस-पास के क्षेत्र में हम फिल्म सिटी प्रस्तावित कर रहे हैं। गंगा और यमुना के बीच का भूभाग है, यमुना एक्सप्रेस वे जो दिल्ली को आगरा से जोडऩे आ रहा है उसके बीच में यह सारा क्षेत्र पड़ता है। इसी दौरान उदित नारायण मीटिंग के बीच में ही सीएम योगी आदित्यनाथ के लिए गीत गाने लगे। मुख्यमंत्री को भी उनके गीत पर ताली बजाने पर मजबूर होना पड़ा।

उत्तर प्रदेश में डेडिकेटेड इन्फोटेनमेंट (फिल्म सिटी) जोन की स्थापना की कवायद शुरू हो गई है। मंगलवार की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अनेक सिने हस्तियों की मौजूदगी में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुनवीर ने प्रस्तावित फिल्म सिटी के संबंध में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया। उन्होंने बताया यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग हजार एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा। इसमें 220 एकड़ कमर्शियल एक्टिविटी के लिए आरक्षित होगा। यह मथुरा-वृंदावन से 60 और आगरा से 100 किमी की दूरी पर है। हम यहां फिल्म सिटी के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ 35 एकड़ में फिल्म सिटी पार्क भी विकसित करेंगें। यह क्षेत्र रेल और सड़क परिवहन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। एशिया का सबसे बड़ा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट समीप ही है। यह भी शीघ्र तैयार हो जायेगा। इसे मेट्रो, रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम और हाई स्पीड ट्रेन से भी जोडने की योजना है। हम जो कुछ कर रहे हैं वर्ष 2060 की जरूरतों के मद्देनजर कर रहे हैं। इससे पहले अपर मुख्य सचिव सूचना तथा फिल्म बंधु के सीईओ अवनीश अवस्थी ने पिछले साढ़े तीन वर्ष के भीतर  उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास की यात्रा से सभी को अवगत कराया।

सीएम योगी आदित्यनाथ आज दिन में अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंगके माध्यम से फिल्मी जगत के कुछ नामचीन अभिनेता, अभिनेत्री, बड़े निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक तथा गीतकारों से रूबरू हुए। सभी ने अपना-अपना मत रखा। बाहुबली फिल्म के लेखक विजेंद्र प्रसाद तो फिल्म सिटी के लिए एक हजार एकड़ जमीन मिलने से बेहद प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि हमको तो उम्मीद थी कि पांच सौ एकड़ जमीन ही मिलेगी। आज की इस बैठक में फिल्म सिटी का निर्माण कैसे हो, उसका स्वरुप कैसा हो और उसे कहां बनाया जाए इसके लेकर चर्चा हुई। बाहुबली फिल्म के लेखक बृजेंद्र प्रसाद जी ने कहा की मुझे ख़ुशी होगी कि इस फिल्म सिटी में आकर अपनी पूरी फिल्म को शूट कर सकूं।

फिल्म अभिनेता, निर्माता-निर्देशक अनुपम खेर ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिल्म सिटी का जो बीज बोया है उसे हम पानी से सींचेंगे एवं सूरज की रोशनी में यह पलेगा बढ़ेगा, यही मेरी शुभकामना है। उन्होंने कहा कि यह तो साबित हो ही गया कि योगी आदित्यनाथ जी कि आपकी सरकार काम करने में विश्वास करती है बोलने में नहीं। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में 25-26 लोग शामिल थे। इनमें फिल्म अभिनेता की बेटी सौन्दर्या भी थीं। फिल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक तथा उत्तर प्रदेश फिल्म बंधु के बड़े अधिकारियों के साथ इस बैठक में नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेस-वे के सीईओ भी शामिल थे। यमुना एक्सप्रेस-वे बोर्ड ने हजार एकड़ जमीन उपलब्ध होने की जानकारी शासन को पत्र लिखकर दी थी। आज की बैठक में उसी पर मुहर भी लग गई।

यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे फिल्म सिटी बनाने का प्रस्ताव

यमुना प्राधिकरण ने यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे सेक्टर-21 में एक हजार हेक्टेयर जमीन फिल्म सिटी के लिए प्रस्तावित की है। इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया, जिसप पर आज मुहर लग गई। प्रस्ताव में इलाके की सारी खूबियां भी बताई गई हैं। यहां से शूटिंग के लिए मथुरा, आगरा, जयपुर जैसे शहरों में आसानी से जाया जा सकता है। ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस वे भी सेक्टर-21 के समीप से होकर गुजरता है। अथॉरिटी के मुताबिक, फिल्म सिटी के लिए औद्योगिक दर पर जमीन दी जाएगी।

नोएडा अथॉरिटी ने भी 500 एकड़ जमीन का प्रस्ताव भेजा

फिल्म सिटी के लिए नोएडा अथॉरिटी ने भी 500 एकड़ जमीन का प्रस्ताव शासन को भेजा है। जमीन सेक्टर 162, 164, 165, 166 में है। 200 एकड़ जमीन पर अभी अथॉरिटी का कब्जा है बाकी भी अधिग्रहण क्षेत्र में है। जेवर में बन रहा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी इसमें काफी मददगार साबित होगा। देश के साथ ही अधिकतर विदेशी शहर के लिए यहां से एयर कनेक्टिविटी उपलब्ध होगी।

इस बैठक में साउथ फिल्म इंडस्ट्री से लेकर बॉलीवुड के नामी चेहरे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ उनके आवास पर बैठक में फिल्म निर्माता-निर्देशक शैलेष सिंह, केवी विजेंद्र प्रसाद, अशोक पंडित, कैलाश खेर, मनोज जोशी, नितिन देसाई, विनोद बच्चन, पद्म कुमार, हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव, गायक उदित नारायण व अनूप जलोटा शामिल थे।

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से निर्माता-निर्देशक सौन्दर्या रजनीकांत, विवेक अग्निहोत्री, अनुपम खेर, नीरज पाण्डेय, डेविड धवन, सुभाष घई, शारिक पटेल, भूषण कुमार, चंद्र प्रकाश द्विवेदी, राज शांडिल्य, रवीना टंडन, परेश रावल, सतीश कौशिक, विशाल चतुर्वेदी, जॉन मैथ्यू प्रधान, प्रियदर्शन, महावीर प्रसाद, अनामिका श्रीवास्तव, महावीर जैन, मुराद अली खान, ओम राऊत, संदीप सिंह, दीपक दलवी व मनोज मुंतस्सिर शामिल थे।

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