त्रिवेंद्र सरकार ने आम जनता के सुविधाओ में लायी तेज़ी

त्रिवेंद्र सरकार ने आम जनता के सुविधाओ में लायी तेज़ी

त्रिवेंद्र सरकार द्वारा ई डिस्ट्रिक्ट योजना के तहत 82 सेवाएं प्रदान की जा रही है जिसके तहत जनता को 62 लाख प्रशस्ति पत्र जारी किए जा चुके है | आईटी के माध्यम से सचिवालय, परिवहन, पुलिस समेत 258 सरकारी कार्यालयो को जोड़ा जा चुका है इससे राज्य लेबल से दूरस्थ जिलों में भी योजनाओं की समीक्षा और देख रेख में तेज़ी आई | शिक्षा , पर्यटन ,स्वास्थ्य, लोक निर्माण, सिंचाई आदि विभागों जीआईएस डेटाबेस सेवाएं दी जा रही है | यही नही 500 राजकीय इंटर कॉलेजों में वर्चुअल क्लास के माध्यम से शिक्षा देने में त्रिवेंद्र सरकार सफल रही है |

सूचना प्रौद्योगिकी एक ऐसा माध्यम है जिससे सरकार की जन सेवाओं और कल्याण योजनाओं को जमीनी स्तर पर लाने में कारगर साबित होता है आम जनता की समस्याओं को कम करने में अहम कड़ी भी सावित होती है इसलिए इस माध्यम के महत्व को समझते हुए त्रिवेंद्र सरकार ने बीते तीन वर्षों मे सूचना प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल और इसके द्वारा विभिन्न योजनाओं को लागू कर आम जनता की सुविधाओं में अहम रास्ता बनाया है |

सिंगल विंडो सिस्टम से आम जनता को राहत

सिंगल विंडो सिस्टम से आम जनता को बहुत राहत प्रदान हुआ है | आम जनता को किसी भी प्रमाण पत्र के लिए अब लम्बी कतारों में लगने की आवश्यकता नही है | जिनमे आय प्रमाण पत्र , मूल निवास प्रमाण पत्र या जाति प्रमाण पत्र हो अब आम जनता को दफ्तरों के चक्कर नही काटना पड़ता |

सुदूरवर्ती क्षेत्रो में संचार व्यवस्था हुए दुरुस्त

त्रिवेंद्र सरकार द्वारा एयरोस्टेट “बैलून” प्रोजेक्ट के तहत दूरस्थ क्षेत्रो में संचार व्यवस्था को दुरुस्त करने लिए शुरुआत की गई है इसका इस्तेमाल पर्वतीय क्षेत्रों में किया जा रहा है |

त्रिवेंद्र सरकार ऑनलाइन सिस्टम को पूर्णतः बढ़ावा दे रही है | इसी कड़ी में जहाँ त्रिस्तरीय पंचायतों को अनुदान राशि का डिजिटल हस्तांतरण किया गया है वही प्रदेश के सभी कोषागारों में ई सिस्टम से सेलरी, पेंशन का कार्य किया जा रहा है | ई स्टाम्प, ई टेंडर सिस्टम, ड्राइविंग लाइसेंस, अटल आयुष्मान योजना आदि सरकारी कार्य ऑनलाइन के जरिये कम समय में और पारदर्शिता के साथ किया जा रहा है | आईटी के माध्यम से राज्य के विकास में जो गति आयी है वह सभी के लिए शुभ संकेत है |

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *