नैनीताल। उत्तराखण्ड में पर्यटन का जाल बिछा हुआ है। देखने में आया है कि उत्तराखण्ड में धार्मिक क्षेत्रों ने भी पर्यटन में बढ़ोत्तरी हुयी है। इसी तरह हम यह भी कह सकते हैं कि नैनीताल में भी बेहिसाब मात्रा में पर्यटन और सैर-सपाटा है। साथ ही साथ वहां झीलों का प्रदर्शन एवं नौकायन ने भी अपनी भूमिका को पर्यटन में जोड़ा है। प्रदेश में पाल नौकायन प्रतियोगिता को नई पहचान मिलेगी। इसी सिलसिले में तीसरी बार नैनीताल में गवर्नर्स कप सेलिंग रिगाटा प्रतियोगिता का आयोजन सोमवार से शुरू किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में नैनीताल याच क्लब के साथ देश भर से आए चार सेलिंग क्लबों की टीम हिस्सा लेंगी।
सोमवार से शुरू होने वाले गवर्नर्स कप सेलिंग रिगाटा प्रतियोगिता का उदघाटन राज्य के पर्यटन मंत्री दिनेश धनै करेंगे। इसके साथ मुख्यमंत्री के सलाहकार रणजीत रावत सेलरों को फ्लैग ऑफ करेंगे। प्रतियोगिता में नैनीताल याच क्लब, सिकंदराबाद सेलिंग क्लब, टीएनएसए तमिलनाडु, एएमएस मुंबई की टीमें भाग ले रही हैं। इस प्रतियोगिता में जीतने वालों को राज्यपाल डॉ. के.के. पॉल पुरस्कृत करेंगे। कोमोडोर वीर श्रीवास्तव ने बताया कि हर टीम में दस-दस खिलाड़ी होंगे। हर रोज तीन रेस का आयोजन किया जाएगा। इसमें पाल नौका टीम को नैनीझील में तल्लीताल होते हुए दो राउंड लगाने होंगे। इससे नैनी झील में र्प्यटकों को जल्द ही याचिंग का लुत्फ लेने का मौका मिलेगा। इसके लिए झील में याचिंग प्वाइंट तैयार कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि 25 अक्टूबर को याचिंग प्वाइंट का उद्घाटन मुख्यमंत्री हरीश रावत करेंगे।आपको बता दें कि पाल नौका कभी नैनीताल की पहचान हुआ करती थी। इसे दोबारा शुरू करने से राज्य में पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।
यहां यह भी कहा जा सकता है कि नौकायन से केवल नैनीताल ही नहीं वरन् हमारे प्रदेश की भी पहचान को बढ़ावा मिलेगा। अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा और पर्यटन भी कमाई का एक अच्छा साधन उभर कर सामने आएगा।