उत्तराखंड में प्रतियोगात्मक परीक्षाओं में होगा बदलाव
कमी को दूर करने के लिए आयोग ने अब अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़, चम्पावत और पौड़ी में पायलट प्रोजेक्ट के तहत परीक्षा केंद्रों पर अपनी तरफ से टेबलेट देने का निर्णय लिया है। शुक्रवार आयोग कार्यालय में अध्यक्ष एस राजू ने इस टेबलेट आधारित प्रणाली का शुभारंभ किया। आयोग सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि आयोग प्रयोग के तौर पर विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर 465 टेबलेट उपलब्ध कराएगा। प्रयोग सफल रहा तो भविष्य में टेबलेट की संख्या बढ़ाकर पहाड़ में अधिक से अधिक परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि टेबलेट का इस्तेमाल कम्प्यूटर से भी आसान है। इसमें टच स्क्रीन के जरिए भी जवाब दिया जा सकता है। परीक्षार्थियों को भी अपने जिले से बाहर नहीं जाना होगा।
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ऑनलाइन परीक्षा की दिशा में एक कदम आगे बढ़ते हुए, इस बार टेबलेट आधारित परीक्षा आयोजित करवा रहा है। आयोग ने प्रयोग के तौर पर इसके लिए पहाड़ के पांच जिलों का चयन किया है। आयोग ने गत दिसंबर में कम्प्यूटर आधारित ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की थी। इसके लिए समुचित आईटी सुविधा वाले इंजीनियरिंग कॉलेज और कम्प्यूटर सेंटर का चयन किया गया। लेकिन इस दौरान पहाड़ में गोपेश्वर को छोड़कर, कहीं भी कम्प्यूटर नहीं मिल पाए। जिस कारण परीक्षार्थियों को परीक्षा देने मैदान के बड़े शहरों में आना पड़ा।
आयोग ने लेखा लिपिक के साथ ही आशुलिपिक / व्यैक्तिक सहायक पदों की परीक्षा ऑनलाइन कराने का निर्णय लिया है। आयोग सचिव संतोष बडोनी ने बताया कि नगर निकायों में लेखा लिपिक के 142 पदों की परीक्षा 15 मार्च को दोनों पालियों और 16 मार्च को प्रथम पाली में आयोजित की जाएगी। जबकि विभिन्न विभागों में आशुलिपिक / व्यैक्तिक सहायक के 158 पदों की परीक्षा 16 मार्च को द्वितीय पाली और 17 मार्च को दोनों पालियों में आयोजित की जाएगी। ऑनलाइन परीक्षा के लिए देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, चमोली, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, चम्पावत, बागेश्वर में कुल 30 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। प्रवेश पत्र आठ मार्च तक जारी होंगे।