यातायात पुलिस की तीसरी आंख यानी चौराहों पर लगे कैमरे करेगी मास्क नहीं पहनने वालों की पहचान
दून समेत पूरे प्रदेश में कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। बावजूद इसके लोग घर से बाहर मास्क का इस्तेमाल करने से परहेज कर रहे हैं। इसी को देखते हुए पुलिस ने हेलमेट की आड़ में मास्क न पहनने वाले दोपहिया वाहन चालकों पर कार्रवाई के लिए नई रणनीति तैयार की है। उन चार पहिया वाहन सवारों पर भी कार्रवाई की जाएगी, जो वाहन के अंदर मास्क नहीं पहन रहे। इनकी पहचान की जाएगी चौराहों-तिराहों पर रेड लाइट वॉयलेशन डिटेक्शन सिस्टम (आरएलवीडीएस) के तहत लगाए गए कैमरों से। शहरभर में यातायात पुलिस ने ऐसे 40 कैमरे लगा रखे हैं। ये कैमरे मास्क नहीं पहने वाहन सवारों की पहचान कर उनका और वाहन की नंबर प्लेट का फोटो कैप्चर कर लेंगे। इसके लिए एक सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है। जिसकी जिम्मेदारी हनी वेल और अंबाटिका को दी गई है। वाहन रजिस्ट्रेशन में दर्ज पते के आधार पर चालान सीधे संबंधित व्यक्ति के घर भेजा जाएगा।
अगर आप भी बाइक या कार चलाते समय हेलमेट और शीशे की आड़ में मास्क पहनने से बच रहे हैं तो सावधान हो जाइये। यातायात पुलिस की ‘तीसरी आंख’ यानी चौराहों पर लगे कैमरे सब देख रहे हैं। मास्क न पहनने वाले ऐसे व्यक्तियों का चालान अब सीधे उनके घर पहुंचाने की तैयारी की जा रही है।
ट्रैफिक पुलिस के एसपी प्रकाश चंद्र आर्य ने बताया कि सॉफ्टवेयर लगभग तैयार हो गया है। इसमें कुछ कमियां हैं, जिन्हें दूर करवाया जा रहा है। हेलमेट और कार के अंदर बैठे व्यक्ति ने मास्क पहना है या नहीं, कैमरा अभी इसे नहीं पकड़ पा रहा है। इसके अलावा कई वाहनों पर अब भी हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट नहीं है। कुछ वाहनों पर हिंदी तो कुछ में स्टाइलिश नंबर प्लेट लगी है। कैमरे ऐसी नंबर प्लेटों को नहीं पकड़ पा रहे हैं। जल्द ही इसका तोड़ निकाल लिया जाएगा।
डीआइजी अरुण मोहन जोशी का कहना है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मास्क पहनना बहुत जरूरी है। पुलिस लगातार इस तरफ कार्रवाई भी कर रही है। अब योजना बनाई जा रही है कि नंबर प्लेट डिटेक्ट करने वाले कैमरों से ऐसे व्यक्तियों की पहचान की जाए, जो मास्क नहीं पहन रहे हैं। ऐसे व्यक्तियों का चालान कर उनके घर भेजा जाएगा।