आनलाइन पढ़ाई के लिए शिक्षकों को मिलेगी ट्रेनिंग, एससीईआरटी नियोजित तरीके से करने जा रहा कार्य
प्रदेशभर में शिक्षकों को आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाएगा। शिक्षकों के पहले बैच का प्रशिक्षण नौ जून से शुरू होगा। प्रशिक्षण माइक्रोसॉफ्ट टीम्स एप के माध्यम से सुबह 11 बजे से शुरू होगा। पहले बैच में 100 शिक्षकों को शामिल किया जाएगा। एससीईआरटी की निदेशक सीमा जौनसारी ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में प्रदेश के शिक्षकों ने आनलाइन पढ़ाई के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया है। कई शिक्षकों ने अपने संसाधनों पर छात्र-छात्राओं को आनलाइन शिक्षा से जोड़ा और साथी शिक्षकों को भी सिखाया। वाट्ससएप, यूट्यूब, गूगल मीट आदि एप के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई करवाई। जिन क्षेत्रों में इंटरनेट की सुविधा नहीं है, वहां शिक्षकों ने घर- घर जाकर भी शिक्षण किया।
कोरोना संक्रमण के चलते पिछले डेढ़ साल से स्कूल नियमित तौर पर नहीं खुल पा रहे हैं। प्रदेश में आनलाइन माध्यम से ही पढ़ाई हो रही है। सरकारी स्कूलों के शिक्षक भी किसी तरह बच्चों को पढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, भविष्य में ऑनलाइन पढ़ाई की जरूरत को समझते हुए अब एससीईआरटी आनलाइन पढ़ाई को नियोजित तरीके से करवाने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अन्य शिक्षकों को भी ऐसे शिक्षकों से प्रेरणा लेनी चाहिए। कोरोनाकाल में शिक्षा व्यवस्था में आया यह बड़ा बदलाव हमारे साथ हमेशा रहेगा। ऐसे में भविष्य में भी आनलाइन पढ़ाई की जरूरत को देखते हुए प्रदेश के शिक्षकों को नियोजित तरीके से इसका प्रशिक्षण दिए जाने की जरूरत है। इसके लिए एससीईआरटी ने विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भी तैयार कर लिया है।
देवभूमि मानव संसाधन विकास ट्रस्ट के तत्वावधान में शनिवार को एक विशेष प्रार्थना कार्यक्रम का आयोजन बल्लीवाला स्थित काङ्क्षलदी एन्क्लेव में किया गया। जिसमें कोरोना वैश्विक महामारी की समाप्ति, विश्व शांति व पर्यावरण संरक्षण के लिए 108 पुरोहितों ने वेद मंत्रों का उच्चारण किया। उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व देवभूमि मानव संसाधन विकास ट्रस्ट के अध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने पुरोहितों को धन्यवाद दिया। धस्माना ने सभी उपस्थित पुरोहितों को राशन व कोरोना सुरक्षा किट भेंट की।