चेन्नै। तमिलनाडु के चेन्नै में तस्करी के आरोपियों को अस्पताल ले जा रहे कस्टम अधिकारियों को चकमा देते हुए गैंग ने महिलाओं का ही किडनैप कर लिया। दरअसल, कस्टम अधिकारी संदिग्ध महिलाओं से तस्कर किया हुआ सोना निकलवाने के लिए क्रोमपेट स्थित अस्पताल ले जा रहे थे। अधिकारियों का कहना है कि वे महिलाओं को लेकर अस्पताल के कैंपस में पहुंचे ही थे कि एक गैंग ने महिलाओं को कार में बिठाकर अगवा कर लिया।
सूत्रों के अनुसार, महिलाओं ने कथित रूप से 30 कैप्सूल निगल लिए थे, जिसमें प्रत्येक में सोने के दाने भरे हुए थे और कुल वजन एक किलो से ज्यादा था। दोनों महिलाएं कस्टम अधिकारियों के सामने बुधवार को दोबारा पेश हुईं और दावा किया कि एक गैंग उन्हें अगवा करके प्राइवेट अस्पताल ले गया, जहां स्टमक वॉश के जरिए उनसे सोना छीन लिया गया। उन्होंने दावा किया कि वे स्मगलर नहीं हैं सिर्फ मालवाहक हैं। पल्लवरम पुलिस ने केस दर्ज करके गैंग की तलाश शुरू कर दी है। कस्टम अधिकारी महिलाओं से पूछताछ करके किडनैपर्स के बारे में पता लगा रहे हैं।
अपनी शिकायत में कस्टम अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं को तस्करों के गुर्गों ने उस वक्त अगवा कर लिया जब उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था। पुलिस ने हालांकि बताया कि घटनास्थल वाली जगह से सीसीटीवी फुटेज बरामद किए गए हैं जिनमें इस तरह का कोई ड्रामा नजर नहीं आ रहा है। पुलिस ने नौकरशाह की ड्यूटी में बाधा डालने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि कस्टम अधिकारी महिलाओं को लेकर अस्पताल जा रहे थे। एक कार कैंपस में घुसती है और महिलाएं उसमें बैठ जाती हैं। कस्टम अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कार का पीछा करने की कोशिश की लेकिन तेज रफ्तार के साथ आरोपी महिलाओं को लेकर फरार हो गए।
महिलाओं की पहचान टेरेसा और फातिमा के रूप में हुई है जो मंगलवार को ही कोलंबो से आई हैं। महिलाओं का फूला हुआ पेट देखकर एयर कस्टम अधिकारियों को कुछ शक हुआ और उन्होंने महिलाओं को एयरपोर्ट पर ही रोक लिया। स्क्रीनिंग रूम में बॉडी चेक से खुलासा हुआ कि महिलाओं ने सोने की तस्करी की है और महिलाओं ने माना कि उन्होंने गोल्ड पेलेट्स निगले हैं। कस्टम अधिकारियों की शिकायत के आधार पर पल्लावरम पुलिस ने आईपीसी की धारा 353 के तहत मामला दर्ज किया है।