ऋषिकेश। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में 56 वर्षीय बुजुर्ग दाताराम ममगाई हाथ में पेट्रोल की बोतल लेकर पांचवें माले पर चढ़ गए। उन्होंने ऐसा एम्स से निष्कासित कर्मचारियों की पुनः बहाली की मांग को लेकर किया।
तहसीलदार रेखा आर्य और कोतवाल रितेश शाह, एम्स डायरेक्टर प्रोफेसर रवी कांत से वार्ता करने उनके कक्ष में गए। इसके बाद निष्कासित कर्मचारियों के प्रतिनिधि एम्स के डिप्टी डायरेक्टर अंशुमान गुप्ता से मिले, लेकिन कर्मचारियों की वार्ता बेनतीजा रही। राज्य मंत्री भगतराम कोठारी ने कहा कि जब तक निष्कासित 60 कर्मचारियों की बहाली नहीं की जाती आंदोलन जारी रहेगा। मेयर अनिता ममगाई के नेतृत्व में एक बार फिर 10 लोग डिप्टी डायरेक्टर से मिले। लेकिन वार्ता बेनतीजा रही।
वही लोग संस्थान में हंगामा कर रहे हैं जो पांच बार परीक्षा में फेल हो चुके हैं। नियमों के विपरीत जाकर नियुक्ति नहीं हो सकती है। परीक्षा में शामिल होने का मौका फिर मिलेगा। जो लोग पास होंगे उन्हें नौकरी पर रखा जाएगा।
आमरण अनशन में बैठे निष्कासित कर्मचारी सुनील खंडूडी व ललित कुमार का नवें दिन स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इस मौके पर दीपक रयाल, दाताराम ममगाईं, अजीत गैरोला, पूनम, अमित बलोनी, अरविंद हटवाल, नवीन शर्मा, राज्य आंदोलनकारी विक्रम भंडारी, आनंद सिंह तड़ियाल, युद्धवीर सिंह आदि उपस्थित रहे। इस मामले में विधायक प्रेमचंद अग्रवाल के विशेष कार्याधिकारी ताजेंद्र सिंह नेगी का कहना है कि चूड़ियां भेंट करने संबंधी मामला उनके संज्ञान में नहीं है। विधायक विदेश गए हुए हैं। अनशनरत उक्त कर्मियों ने कभी विधायक से वार्ता नहीं की है।