लंदन। पंजाब नैशनल बैंक (PNB) में 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले को अंजाम देकर भागे नीरव मोदी के लिए यह होली उसके जीवन में सबसे बदरंग साबित हुई। आलीशान बंगलों में मौज करने वाला हीरा व्यापारी आज होली के दिन अपराधियों और कैदियों से खचाखच भरे जेल में सलाखों के पीछे कैद रहा। मंगलवार को लंदन में गिरफ्तार किए गए नीरव को बुधवार को कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया। अगली सुनवाई 29 मार्च को होनी है।
जमानत खारिज होने के बाद नीरव मोदी को दक्षिण-पश्चीमी लंदन स्थित ‘हर मेजेस्टीज प्रीजन’ ले जाया गया। उसने उम्मीद की होगी कि उसे एक अलग सेल में रखा जाएगा, लेकिन जेल पर कैदियों की संख्या का दबाव इतना अधिक है कि उसे 1,430 कैदियों में से किसी के साथ शेल साझा करना होगा। शानो-सौकत और दुनियाभर के सितारों के बीच आराम की जिंदगी बिताने वाले नीरव को विक्टोरिया काल के इस जेल में कठोर परिस्थितियों का सामना करना होगा तो कई खतरनाक अपराधियों के बीच रहना होगा।
फरवरी-मार्च 2018 में जब ब्रिटेन के चीफ इंस्पेक्टर प्रीजन, पीटर क्लार्क ने यहां का निरीक्षण किया था तो उन्होंने पाया कि यह देश के सर्वाधिक भीड़ वाले जेलों में से एक है। कई लोगों के ड्रग्स थे तो कई का मानसिक संतुलन बिगड़ा हुआ था। उन्हें अच्छी ट्रेनिंग और शिक्षा भी नहीं मिल रही थी। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले निरीक्षण के बाद से आधा दर्ज कैदी जान दे चुके हैं, लेकिन अभी भी स्थिति चिंताजनक है।
निरीक्षक ने यह भी कहा था कि इस जेल में सेल एक आदमी के रहने लायक ही बनाए गए हैं, लेकिन उनमें आमतौर पर 2 कैदियों को रहना पड़ता है। शौचालयों की ठीक से सफाई नहीं होती और कैदियों को सेल से बाहर रहने के लिए समय बहुत कम दिया जाता है।
नीरव मोदी को हॉलबोर्न से मंगलवार दोपहर गिरफ्तार किया गया, जहां वह बैंक में खाता खुलवाने पहुंचा था। वेस्टमिंस्टर अदालत ने इससे सात दिन पहले मोदी के खिलाफ वॉरंट जारी किया था। भारत के प्रत्यर्पण के आग्रह के मद्देनजर यह वॉरंट जारी किया गया था। मोदी 2018 में घोटाले के सामने आने से कुछ महीने पहले ही भारत से फरार हो गया था।