देहरादून। प्रापर्टी डीलर हत्याकांड का पुलिस ने 24 घंटे के भीतर खुलासा करते हुए दावा किया जयकरण की हत्या पूर्व नियोजित था। जयकरण को इस बात का बिल्कुल भी अंदाजा नहीं था कि सात साल का दोस्त बबलू उसकी हत्या करने वाला है।
मुख्य आरोपित बबलू गोदियाल व हत्याकांड में उसके साथ शामिल सुरजीत का जयकरण से एक प्रापर्टी को लेकर पिछले कई महीने से विवाद चल रहा है। इसमें 15 लाख रुपये जयकरण की ओर से बबलू को देने थे, जिसे लेकर वह आनाकानी कर रहा था। पुलिस ने दोनों आरोपितों को मंगलवार को कोर्ट में पेश कर दिया, जहां से दोनों 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बता दें कि रविवार की रात पेशे से प्रापर्टी डीलर जयकरण चौहान निवासी मोहनपुर की गोलियों से भूनकर नृशंस तरीके से हत्या कर दी गई थी। उसकी लाश सात घंटे तक शुक्लापुर गांव के बाहर पड़ी रही। सुबह लोगों की नजर लाश पर पड़ी तो पुलिस मौके पर पहुंची। जयकरण के घर मोहनपुर और शुक्लापुर गांव के बीच दूरी दो किलोमीटर से भी कम होने के चलते सभी उसे पहचान गए और यह भी लोगों ने बता दिया कि जयकरण रात में किसके साथ और कहां था।
एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने बताया कि मृतक जयकरण रौतेला, मुख्य हत्यारोपित पूर्णानंद गोदियाल उर्फ बबलू और सुरजीत पुत्र बख्तावर निवासी मोहनपुर ने वर्ष 2012 में एक साथ प्रापर्टी डीलिंग का धंधा शुरू किया। इस तीनों ने अलग-अलग स्थानों पर जमीनों के कई सौदे कराए। बीते साल मोहनपुर गांव के पास स्मिथनगर में तीनों जमीन का सौदा कराया। बबलू ने बताया कि इस सौदे में जो डील हुआ उसमें से 15 लाख रुपये जयकरण ने अपने पास रख लिए। वह बार-बार उससे मांगता रहा, लेकिन जयकरण कोई न कोई बहाना कर टाल जाता। इस मनमुटाव के बाद भी तीनों अक्सर 10-15 दिन में मिलते और साथ पार्टी करते। हर बार बबलू पैसों के लिए जयकरण से तगादा करता।
रविवार की रात जयकरण ने ही बबलू को फोन कर पूछा था कि वह कहां है। बबलू ने बताया कि वह स्मिथनगर में एसबीआइ के ऊपर स्नूकर प्वाइंट में बैठा है। जयकरण वहां अपनी कार लेकर पहुंच गया। इसके बाद जयकरण, बबलू और सुरजीत ने साथ बैठकर शराब पीनी शुरू कर दी। रात 11 बजने पर स्नूकर प्वाइंट के मालिक संयोग शेट्टी ने कहा कि रात काफी हो गई और स्नूकर प्वाइंट बंद करने जा रहा है। बबलू ने उससे कहा कि वह स्नूकर प्वाइंट को बंद करा देगा।
इसके बाद संयोग शेट्टी वहां से चला गया। रात साढ़े ग्यारह बजे के करीब जयकरण और बबलू सुरजीत की स्कूटी से पावर हाउस के पास पहुंचे और सुरजीत की कार लेकर शुक्लापुर गांव पहुंचे। जयकरण इस हाल में नहीं था कि वह गाड़ी चला सके। लिहाजा उसने अपनी ऑल्टो कार स्मिथनगर एसबीआइ के सामने छोड़ दी। पावर हाउस से शुक्लापुर रास्ते के बीच जयकरण और बबलू के बीच पैसों को लेकर कहासुनी हो गई।
जयकरण पर नशा कुछ अधिक ही चढ़ गया था, लिहाजा उसने कुछ ऐसा बोल दिया कि बबलू को गुस्सा आ गया और कार को शुक्लापुर गांव के बाहर रोक कर अपने घर गया और वहां से पिस्टल लाकर ताबड़तोड़ पांच गोलियां जयकरण पर बरसा दीं। हत्या करने के बाद बबलू और सुरजीत प्रेमनगर होते हुए विकासनगर की ओर भाग निकले। पुलिस ने पूरे शहर में नाकेबंदी कर रखी थी। एसएसपी ने बताया कि दोनों को सोमवार को आइएसबीटी से गिरफ्तार किया गया है।