शहादत है उत्तराखंड की परंपरा:

देहरादून। आजादी की 72वीं सलगिरह पर पूरे उत्तराखंड में जश्न का माहौल रहा। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने परेड ग्राउंड में तिरंगा फहराया और प्रदेश वासियों को बधाई दी। इस दौरान सीएम ने स्वतंत्रता संग्राम सैनानियों को नमन करते हुए कहा कि बलिदान और संघर्ष से हमें ये आजादी मिली है। कहा कि उत्तराखंड वीरभूमि है और यहां पहले से ही शहादत की परंपरा रही है। उन्होंने चमोली के सवाड़ गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि यहां हर परिवार से औसतन एक व्यक्ति सेना या सुरक्षा बलों में हैं।

सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा सरकार की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने सैनिकों की समस्याओं के निस्तारण के लिए हर जिले में एडीएम स्तर के अधिकारी को नोडल बनाया है। सैन्य-अर्धसैन्य बलों के जवानों के शहीद होने पर उनके आश्रितों को शैक्षिक योग्यता के आधार पर सेवायोजित किया जा रहा है। सीएम ने कहा गढ़वाल राइफल्स के केंद्र लैंसडौन में पानी की कमी को देर करने के लिए भैरवगढ़ी पेयजल योजना को मंजूरी दी है। इसी प्रकार रानीखेत में भी पेयजल योजना स्वीकृत की गई है।

हेलीकॉप्टर सेवा होगी शुरू 

सीएम ने विभिन्न क्षेत्रों में सरकार की योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर होगी हेलीपैड की सुविधा सीएम ने कहा कि उड़ान योजना के तहत उत्तराखण्ड को पहले चरण में चार अक्टूबर से पिथौरागढ़, चिन्यालीसौड़, गौचर, हल्द्वानी व सहस्त्रधारा से हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू कर दी जाएगी। 13 जिलों में 13 नये टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर हेलीपैड की सुविधा शुरू की जायेगी।

जैविक खेती को दिया जा रहा बढ़ावा 

जैविक खेती के विकास के लिए पहले चरण में 78 हजार हेक्टेयर भूमि पर 3900 क्लस्टर चयनित होंगे। इससे 01 लाख 95 हजार किसान लाभान्वित होंगे। वर्ष 2018-19 में 550 फार्म मशीनरी बैंक स्थापित किए जाएंगे, जहां किसानों को कम किराए पर कृषि उपकरण उपलब्ध होंगे। प्रदेश में जल्द जैविक कृषि अधिनियम लागू किया जायेगा। राज्य के सभी किसानों को सॉल हेल्थ कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। जिससे किसान मिट्टी के परीक्षण के आधार पर उर्वरकों को इस्तेमाल कर सकें। जैविक उत्पाद के किसानों से क्रय एवं उपभोक्ताओं को सीधे विक्रय के लिए मंडी परिषद में दस करोड़ के रिवाल्विंग फंड की व्यवस्था की जा रही है। इसमें आवश्यकतानुसार दस गुना तक वृद्धि की जाएगी। किसानों की आय दोगुनी करने के लिए जिला स्तर पर माइक्रो प्लानिंग की जाएगी।

 बेहतर इलाज के लिए होगी मेडिसिटी की स्थापना 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अन्तरराष्ट्रीय स्तर की आधुनिक सुविधाओं वाली मेडिसिटी की स्थापना की जाएगी। जिससे यहां के लोगों को बेहतर इलाज मिल सके। इसमें चिकित्सा से सम्बन्धित सभी आधुनिक उपकरणों, संयन्त्रों के माध्यम से सभी तरह की जांचों आदि की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

आयुष्मान योजना से सभी परिवारों को किया जाएगा कवर 

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुष्मान भारत-आयुष्मान उत्तराखंड योजना के तहत राज्य में सभी परिवारों को कवर किया जाएगा। इसमें प्रत्येक परिवार को पांच लाख रुपए तक के इलाज की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।

महिलाओं की आय को किया जाएगा प्रोत्साहित 

सीएम ने ये भी कहा कि डोईवाला शुगर मिल का आधुनिकीकरण किया जाएगा। टिहरी झील में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट शुरू किया जायेगा। पिरुल कलेक्शन के लिए महिला समूहों को अच्छा दाम दिया जाएगा। साथ ही पिरुल से निकलने वाली बिजली को अच्छी कीमत पर बेचकर इससे किसानों और महिलाओं की आय को प्रोत्साहित किया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष को रोजगार सृजन वर्ष के रूप में मना रहे हैं, ज्यादा से ज्यादा युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के प्रयास किये जाएंगे।

हड़ताल की प्रवृत्ति को करना होगा कम 

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में हड़ताल की प्रवृत्ति को कम करना होगा। उत्तराखंड को हड़ताली प्रदेश नहीं बनने दिया जा सकता है। प्रदेश में शिक्षा की स्थिति पर जल्द श्वेत पत्र लाएंगे, खाली हो रहे स्कूलों को पीपीपी मोड पर चलाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सरकारी स्कूलों में कम होती जा रही छात्र-संख्या को चिंताजनक बताते हुए कहा कि इस ओर विशेष ध्यान देना होगा। शिक्षकों को इसे पूरी गंभीता से लेना चाहिए। विद्यालय रोजगार के केंद्र की बजाय शिक्षा के केंद्र बनें।

सात सौ गांव पूरी तरह से हो चुके हैं खाली 

मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 700 गांव पूरी तरह से खाली हो चुके हैं। खाली पड़ी भूमि बंजर होती जा रही है। ऐसे गांवों को दोबारा आबाद करने के लिए योजना बनाई जाएगी। जरूरी होने पर खाली पड़ी भूमि को सरकार अधिगृहित कर इसका उपयोग खेती, बागवानी, पर्यटन व अन्य काम करने में करेगी। लेकिन इसके लिए जनता को भी आगे आकर सहयोग करना होगा।

2019 तक हर घर को मिलेगी बिजली 

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 तक हर घर को बिजली देने के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं, इस लक्ष्य को समय रहते पूरा किया जाएगा। उत्तराखंड के विकास में प्रवासी उत्तराखंडियों के योगदान और उनके विषयों पर चिंतन के लिए प्रवासी उत्तराखंड परिषद का गठन किया जाएगा। भूस्खलन के लिहाज से संवेदनशील सभी गांवों का दस साल में चरणबद्ध तरीके से विस्थापन व पुनर्वास किया जाएगा। इन गांवों के पुनर्वास के लिए बजट में अलग से मद की व्यवस्था कर दी गई है।

नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर होगी हेलीपैड की सुविधा 

सीएम ने कहा कि 13 जिलों में 13 नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर हेलीपैड की सुविधा शुरू की जाएगी। अनुसूचित जाति, जनजाति और निराश्रित विधावाओं की बेटियों के विवाह के लिए अभी तक निर्धारित बजट व्यवस्था के अन्तर्गत ही आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। अब शत-प्रतिशत पात्रों की बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।

पति-पत्नी दोनों को मिलेगी वृद्धा पेंशन 

सीएम ने बताया कि समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्धावस्था पेंशन योजना के अन्तर्गत अभी तक परिवार में पात्र पति-पत्नी दोनों के जीवित होने पर किसी एक को ही पेंशन योजना का लाभ मिलता है। लेकिन अब इस योजना का लाभ पति-पत्नी दोनों को ही मिलेगा।

सख्ती से अपनार्इ गर्इ जीरो टॉलरेंस नीति 

मुख्यमंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई है। इसी का परिणाम है कि शासन-प्रशासन की कार्यशैली में सुधार आया है। पारदर्शिता व आर्थिक अनुशासन से कई विभागों के राजस्व में बढ़ोतरी हुई है। नेक इरादों व साफ नीयत का असर दिख रहा है। हमारी जीडीपी और प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है। हम गांव व शहर, मैदान व पहाड़ में विकास के गैप को दूर करने पर काम कर रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है।

न्याय पंचायत स्तर पर ग्रोथ सेंटर हो रहे विकसित 

सीएम ने बताया कि न्याय पंचायत स्तर ग्रोथ सेंटर विकसित किए जा रहे हैं। सरकार खेती, हॉर्टीकल्चर और पशुपालन में नई सोच के साथ काम कर रही है। जैविक खेती,पं. दीनदयाल उपाध्याय किसान कल्याण योजना, फार्म मशीनरी बैंक, मिल्क कलेक्शन यूनिट के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बीज से बाजार तक’ की रणनीति पर काम किया जा रहा है। कनेक्टिविटी पर काफी काम किया जा रहा है। इनमें चारधाम ऑल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल योजना, उड़ान योजना प्रमुख हैं।

नैनीताल से देहरादून के लिए जल्द शुरू होगी जनशताब्दी ट्रेन 

नैनीताल से देहरादून के लिए जल्द ही एक जनशताब्दी ट्रेन शुरू की जाएगी। सीपैट, ड्रोन एप्लीकेशन व साईबर सिक्योरिटी सेंटर जैसे उच्च स्तरीय केंद्र प्रारम्भ किए गए हैं। पहाड़ में डाक्टर तैनात किए गए हैं। टेली रेडियोलॉजी व टेली मेडिसिन से दूरस्थ क्षेत्रों में लोगों को फायदा हो रहा है। जिला अस्पतालों में आईसीयू स्थापित कर रहे हैं। होम स्टे, 13 जिले 13 डेस्टीनेशन से पर्यटन को गांवों तक पहुंचाया गया है। सभी राजस्व गांवों तक बिजली पहुंचा दी गई है।

बेटियों ने उत्तराखंड को किया गौरवान्वित 

वहीं, ले. वर्तिका जोशी का उदाहरण देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बेटियों ने हमेशा उत्तराखंड को गौरान्वित किया है। सरकार विशेष तौर पर ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने पर विशेष ध्यान दे रही है। इसमें देवभोग प्रसाद योजना काफी सफल रही है।
पहाड़, जंगल और नदियां हैं अमूल्य धरोहर 

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहाड़, जंगल, नदियां हमारी अमूल्य धरोहर हैं। इन्हें बचाना हम सभी का दायित्व है। हम अपने प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण सुनिश्चित करते हुए विकास योजनाएं बना रहे हैं। पर्यावरण की रक्षा में जनसहयोग बहुत जरूरी है।

इन्हें मिला सम्मान 

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता सैनानियों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने पुलिस उपाधीक्षक बीएल टम्टा, बीरेंद्र सिंह रावत, महेश चंद्र जोशी, निरीक्षक भगवान सिंह, वीरेंद्र दत्त उनियाल, दलनायक ओमप्रकाश भट्ट को ‘मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक’ से सम्मानित किया। साथ ही ‘पुलिस प्रशिक्षण में उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृह मंत्री मेडल’ 2015-16 के लिए चयनित उपनिरीक्षक मोहन गिरी और प्लाटून कमांडर नरेश चंद्र जखमोला को भी सम्मानित किया गया।

राज्यपाल ने फहराया तिरंगा 

देश के साथ ही प्रदेश में भी 72वें स्वतंत्रता दिवस को बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। सीएम के साथ ही राज्यपाल डॉ. कृष्ण कांत पाल ने राजभवन में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने राजभवन कार्मिकों को मिष्ठान भी वितरित किया। राज्यपाल ने राजभवन प्रांगण में पौधरोपण भी किया। वहीं, हरिद्वार स्थित पतंजलि में बाबा रामदेव ने भी ध्वजारोहण किया।

सूचना निदेशालय में फहराया गया तिरंगा 

स्वतंत्रता दिवस पर सूचना महानिदेशक दीपेंद्र कुमार चौधरी ने सूचना निदेशालय में ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने देश की स्वतंत्रता में योगदान देने वाले वीर सेनानियों को नमन करते हुए कहा कि बडे संघर्षों के बाद हमें स्वतंत्रता प्राप्त हुई। हमारे वीर सेनानियों एवं राज नेताओं के प्रयासों से प्राप्त हुई इस आजादी से हमें यह सीख लेने की जरूरत है कि हमें आपसी सदभाव सहयोग एवं स्नेह से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर देश व प्रदेश के विकास में अपना योगदान देना होगा।

देश की आजादी के संघर्षों का इतिहास गवाह रहा है कि आपसी असहयोग एवं वैमनस्य के कारण ही पहले व्यापारी के रूप में भारत आये अंग्रेजों ने लम्बे समय तक हमें गुलाम बनाकर हम पर राज किया। हमे अपनी इस आजादी को अक्षुण बनाये रखने के लिये देश हित में सदैव अपने को तत्पर रखने का प्रण लेना चाहिए। यही इस अवसर पर हमारी राष्ट्र के प्रति सच्ची सेवा होगी।

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