मुम्बई। गीतकार जावेद अख्तर ने बृहस्पतिवार को कहा कि पाकिस्तान ने निरंतर आतंक का समर्थन कर भारत पर युद्ध जैसी स्थिति थोप दी है। उन्होंने कहा कि फिलहाल की स्थिति की गंभीरता के मद्देनजर बॉलीवुड में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने को लेकर बहस मामूली है। अख्तर ने एक कार्यक्रम से इतर कहा कि सीमा पर जो कुछ हो रहा है वह आतंकवाद है और उस पर रोक लगनी चाहिए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह स्थिति हम पर थोप दी गयी है। यह हमारी पसंद नहीं थी। लेकिन अब यह हमारे ऊपर आ गयी है तो हम क्या करें? कितनी बार और कब तक हम चुप रहेंगे?’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें कभी न कभी तो प्रतिक्रिया देनी ही होगी। जिस प्रकार की चर्चा चल रही है वह खतरनाक है और वह किसी को भी पसंद नहीं है। ’’ अख्तर से पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बारे में सवाल किया गया था। 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे। पटकथा लेखक ने बॉलीवुड में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर बहस पर भी अपनी बात कही। दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने पर यह बहस तेज हो गयी है।
अख्तर ने कहा, ‘‘ये चीजें मामूली हैं। उन्हें छोड़िये। यह कोई बड़ी बात नहीं है। सीमा पर जो रहा है….. वह आतंकवाद है एवं उस पर रोक लगनी चाहिए। ’’ ‘आतंकवाद का निरंतर प्रायोजन’ पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि पाकिस्तानियों का एजेंडा क्या है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तानी प्रतिष्ठान और सेना भले ही इनकार करे लेकिन यह बिल्कुल स्पष्ट है।’’ अख्तर और उनकी पत्नी शबाना आजमी ने पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान की यात्रा रद्द कर दी थी। उन्हें मशहूर कवि और उनके ससुर कैफी आजमी की जन्मशती पर कराची आर्ट काउंसिल ने यात्रा का न्यौता दिया था।