कराची। पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के निशानेबाजों का नयी दिल्ली में होने वाले विश्व कप में भाग लेने पर संदेह की स्थिति है। पाकिस्तान के निशानेबाजी महासंघ ने सोमवार को कहा कि अगर आज शाम छह बजे तक वीजा नहीं मिलेगा तो वे खिलाड़ियों को भारत नहीं भेजेंगे। अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) की यह प्रतियोगिता गुरूवार से नयी दिल्ली की डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में शुरू होगी। इससे 2020 तोक्यो ओलंपिक के लिए 16 कोटा हासिल किये जा सकते हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रीय राइफल निशानेबाजी महासंघ के अध्यक्ष राजी अहमद ने कहा, ‘‘ हम आज शाम छह बजे तक का इंतजार करेंगे, अगर हमें वीजा मिल जाता है तो हमारा दल दिल्ली जाएगा। लेकिन आज वीजा नहीं मिला तो हम 21 फरवरी से शुरू होने वाले टूर्नामेंट के लिए इतने कम समय में वहां नहीं जा सकते।’’ उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद स्थित भारतीय उच्चायोग में काफी पहले वीजा के आवेदन दिये गये थे। भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाड़ियों के आवेदन को मंजूरी दे दी थी लेकिन वह गुरूवार को हुए बड़े हमले से पहले की स्थिति थी।
पाकिस्तान ने इस विश्व कप के लिए दो निशानेबाजों जीएम बशीर और खलील अहमद के लिए वीजा आवेदन किया है। दोनों निशानेबाज रैपिड फायर वर्ग के हैं। राजी ने कहा कि दोनों खिलाड़ियों की हवाई यात्रा और होटल के टिकट भी बुक कराये जा चुके हैं। इसके अलावा हथियार ले जाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र भी हासिल किया जा चुका है।