मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर की एक अदालत ने दो लोगों की हत्या के मामले में सात लोगों को शुक्रवार को उम्र कैद की सजा सुनाई। ऐसा माना जाता है कि इन दो हत्याओं के बाद 2013 में मुजफ्फरनगर में दंगे भड़क उठे थे। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश हिमांशु भटनागर ने प्रत्येक आरोपी पर जुर्माना भी लगाया।
यह मामला 27 अगस्त, 2013 को गौरव और सचिन की हत्या और दंगे से जुड़ा है। अदालत ने कहा कि जुर्माने की 80 फीसदी राशि पीड़ित परिवार को दी जाएगी।
जिला अभियोजन वकील राजीव शर्मा ने कहा कि 57 मामलों में से यह पहला मामला है जिसमें सात लोगों को दोषी पाया गया है। अभियोजन वकील शर्मा की ओर से दिए गए आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक 2013 के दंगे के संबंध में 6,000 से ज्यादा मामले दर्ज हैं और दंगे में अपनी कथित भूमिका के लिए 1,480 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
इस दंगे में 60 लोग मारे गए थे। मामलों की जांच करनेवाले एक विशेष जांच दल ने 175 मामलों में आरोप पत्र दायर किया। 430 आरोपियों में से 56 को रिहा कर दिया गया और राज्य सरकार ने कुछ मामले वापस ले लिये।