इस्लामाबाद। अमेरिका अफगानिस्तान में तालिबान को शांति प्रक्रिया में शामिल करने के लिये कई तरह की पेशकश कर रहा है। इनमें चरमपंथियों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना भी शामिल है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई है। पाकिस्तान के समाचार पत्र डान की खबर के मुताबिक तालिबान को अफगान शांति प्रक्रिया में शामिल करने के अमेरिका पाकिस्तान, रूस और अन्य विश्व शक्तियों के प्रयास तेज करने के बीच अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने भी नये अफगानिस्तान में विद्रोहियों के पुनर्वास के लिये रूपरेखा तैयार करने की योजना बनाई है।
इस हफ्ते कांग्रेस को भेजी गई पेंटागन की योजना का जिक्र करते हुए रिपोर्ट में कहा गया है, “तालिबान के कुछ सदस्य लड़ाई छोड़कर हथियार डालने को तैयार हैं, वह समाज में तभी लौटेंगे जब उनकी और उनके परिवार की सुरक्षा की गारंटी ली जाएगी और उन्हें अपना परिवार चलाने के लिये पर्याप्त पैसा कमाने का मौका मिलेगा।”