नयी दिल्ली। समाजवादी पार्टी ने पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों को भाजपा के लिए ख़तरे की घंटी बताते हुए भविष्य में विपक्षी दलों के गठजोड़ के कामयाब होने की उम्मीद जताई है। सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव ने पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम का हवाला देते हुए बुधवार को कहा, ‘‘इस चुनाव परिणाम से भाजपा के लिए ख़तरे की घंटी बज चुकी है।’’ यादव ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को बताया कि मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में लोगों ने भाजपा को ख़ारिज कर साफ़ संदेश दिया है कि जनता को भाजपा की विभाजनकारी नीतियाँ स्वीकार नहीं है।
सपा के प्रदर्शन और भविष्य में विपक्षी दलों के साथ कांग्रेस के तालमेल के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर चुनाव पूर्व तालमेल होता तो और भी बेहतर परिणाम मिलते। साथ ही सीटों की संख्या भी बढ़ती। सपा के राज्यसभा सदस्य यादव ने कांग्रेस के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस जब जब और जहाँ कहीं भी मजबूत होती है, तब तब साथी दलों के साथ सही बर्ताव नहीं करती।’’ इस चुनाव परिणाम से कांग्रेस के फिर से मजबूत होने पर अगले साल लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र रवैये में कोई बदलाव नहीं होने के सवाल पर यादव ने कहा, “हमें उम्मीद है कि कांग्रेस बेहतर तालमेल के लिए सोचेगी। हम इसके लिए आशान्वित है।”
सपा के राज्यसभा सदस्य जावेद अली खान ने कहा, “यह सही है कि अगर कांग्रेस ने सपा और बसपा के वजूद को स्वीकार कर चुनाव में सम्मानजनक हिस्सेदारी दी होती तो चुनाव में उसकी राह और भी आसान होती। हमारा प्रदर्शन भी तुलनात्मक रूप से और भी बेहतर होता।” खान ने कहा कि कांग्रेस को इससे सबक़ लेकर अगले साल आम चुनाव में राज्यों की ज़मीनी हक़ीक़त के मुताबिक़ स्थानीय दलों के साथ बेहतर तालमेल करना चाहिए जिससे भाजपा को चुनाव में शिकस्त दी जा सके।