अमृतसर। पंजाब में अमृतसर के निकट शुक्रवार शाम रावण दहन देखने के लिए रेल पटरियों पर खड़े लोगों के ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई जबकि 72 अन्य घायल हो गए। ट्रेन दुर्घटना में मारे गए 61 लोगों में से अब तक 39 लोगों की पहचान की जा सकी है। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी। यह भी खबर है कि इस रामलीला में रावण का रोल निभाने वाले दलबीर की भी ट्रेन से कटकर मौत हो गयी है। दलबीर अपना रोल निभाने के बाद पटरी के पास खड़े होकर रावण के पुतले को जलता हुआ देख रहे थे। उनके परिजनों ने दलबीर की फोटो दिखाते हुए बिलखते हुए कहा कि अब वह सिर्फ यादों में ही जिंदा रह गये हैं। अधिकारियों ने बताया कि ट्रेन हादसे में घायल हुए लोगों को सात अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि 29 शवों का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है।
यहाँ बहुत पहले से होता रहा है कार्यक्रम
दशहरे के मौके पर रावण दहन देखने के लिए 20 से अधिक वर्षों से लोग आसपास के गांवों से रेलवे पटरियों से महज 50 मीटर दूर जोड़ा फाटक पर खाली पड़े मैदान में एकत्रित होते रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक दशहरा उत्सव की खुशियां शुक्रवार को तब मातम में बदल गई जब एक ट्रेन की चपेट में आने से कम से कम 61 लोगों की मौत हो गई, जो वहां रावण के पुतले का दहन देखने के लिए जुटे थे। 55 वर्षीय जसवंत ने कहा कि इस प्लॉट में रावण का पुतला जलाया जाता है जबकि रामलीला रेलवे पटरियों से थोड़ी दूरी पर आयोजित की जाती है। जसवंत ने दावा किया कि आतिशबाजी के शोर के कारण लोगों को जालंधर से आती ट्रेन के हॉर्न की आवाज सुनाई नहीं दी।
हत्यारी ट्रेन से पहले भी गुजरी थीं दो ट्रेनें
जसवंत ने दावा किया कि इस ट्रेन के जालंधर से अमृतसर जाने से पहले भी दो ट्रेनें पटरियों से गुजरी लेकिन उन्होंने अपनी गति धीमी कर ली थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह हादसा शुक्रवार की देर शाम करीब सात बजकर 10 मिनट पर हुआ जब रावण दहन देख रहे लोग पटरियों पर खड़े थे। एक अन्य स्थानीय निवासी बलविंदर ने कहा, ‘‘इस खाली प्लॉट पर 20 से अधिक वर्षों से रावण का पुतला जलाया जाता रहा है लेकिन इससे पहले ऐसी कोई घटना नहीं हुई।’’
सात घायलों की हालत गंभीर
पंजाब के अमृतसर में रावण दहन देखने के दौरान शुक्रवार को ट्रेन की चपेट में आने से घायल हुए 70 लोगों में से सात की हालत गंभीर है। घायलों को अमृतसर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। एक अधिकारी ने कहा, ‘‘घायलों में से सात लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।’’ अधिकारियों के अनुसार, कई मृतकों की पहचान अभी नहीं हो सकी है। फॉरेंसिक साइंस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची है। पंजाब सरकार ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं।