तोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने द्वितीय विश्व युद्ध के अपराधियों का सम्मान करने वाले एक विवादास्पद युद्ध स्मारक के लिए श्रद्धांजलि स्वरूप एक पेड़ भेजा है। इस स्मारक की पड़ोसी चीन और दक्षिण कोरिया निन्दा करते हैं। स्मारक की एक प्रवक्ता ने बताया कि आबे ने दिसंबर 2013 से यासुकुनी स्मारक का व्यक्तिगत रूप से दौरा नहीं किया है।
हालांकि उन्होंने चार दिवसीय उत्सव की शुरूआत के अवसर पर श्रद्धांजलि के रूप में अपने नाम वाला, पवित्र ‘मसकाकी’ पेड़ भेजा। आबे मंत्रिमंडल के किसी सदस्य के स्मारक का दौरा करने की कोई खबर नहीं है, लेकिन कुछ वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं ने अपनी ओर से श्रद्धांजलि भेजी।
यासुकुनी हाल में जापान में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तब सुर्खियों में आया था जब इसके मुख्य पुजारी ने, सम्राट की आलोचना वाली अपनी अत्यंत अनुचित।