नयी दिल्ली। मीटू कैंपेन के जरिए आरोप झेल रहे मोदी सरकार के मंत्री एमजे अकबर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि एमजे अकबर पर मीटू अभियान के जरिए आरोपों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा था, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया और कहा कि मैं कानूनी लड़ाई लड़ता रहूंगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मेरे ऊपर लगे आरोप झूठे है और मुझे कोर्ट पर भरोसा है।
बता दें कि केंद्रीय मंत्री एमजे अकबर पर 20 महिलाओं ने अब तक आरोप लगाए थे। वहीं, ऐसी खबर सामने आ रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर एमजे अकबर ने इस्तीफा दिया है। अकबर के इस्तीफे के बाद प्रिया रमानी ने ट्वीट करके अपनी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि मेरे आरोप सही साबित हुए। अब कोर्ट से उम्मीद है कि हमें न्याय मिलेगा।
हालांकि, अकबर ने कहा कि मैंने ये इस्तीफा किसी के दवाब में नहीं बल्कि नैतिक आधार पर दिया है। इसी के साथ उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का बेहद आभारी हूं कि उन्होंने मुझे देश की सेवा करने का अवसर दिया। इस मामले में कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि एमजे अकबर के खिलाफ जब महिलाओं ने आरोप लगाए थे तभी उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। हालांकि महिलाओं ने बड़ी हिम्मत करके अपनी आवाज उठाई थी।