वॉशिंगटन। अमेरिका ने कहा कि वह पाकिस्तान की वित्तीय मदद के अनुरोध की हर पहलू से समीक्षा करेगा। इसमें पाकिस्तान की ऋण स्थिति भी शामिल है। अमेरिका को लगता है कि पाकिस्तान के आर्थिक संकट की वजह उस पर चीन का भारी कर्ज भी है आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से राहत पैकेज की मांग की है। आईएमएफ पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि पाकिस्तान को अपने ऊपर कर्ज की हर एक जानकारी देनी होगी।
अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, “पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से वित्तीय सहायता का आग्रह किया है। इन सभी मामलों में हम हर पहलू की बारीकी से जांच-परख करेंगे जिसमें पाकिस्तान की कर्ज स्थिति भी शामिल है। जिसका मूल्यांकन हम किसी भी तरह की ऋण योजना में करते हैं।”
नोर्ट ने एक सवाल के जवाब में कहा, “विदेश मंत्री ने इस बारे में कुछ महीने पहले कहा था। मुझे लगता है कि चीन से कर्ज पाकिस्तान की इस स्थिति का एक कारण हो सकती है। पाकिस्तान के राहत पैकेज पर अमेरिका के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया आईएमएफ की प्रमुख क्रिस्टीन लेगार्ड से मेल खाती है। लेगार्ड ने एक सवाल के जवाब में कहा था कि आर्थिक मदद पाने के लिए पाकिस्तान को अपने पुराने कर्ज के बारे में पूरी तरह पारदर्शी होना होगा। इसमें चीन से लिया गया कर्ज भी शामिल है।