नयी दिल्ली। पेट्रोल, डीजल के दाम में एक बार फिर वृद्धि का रुख बना है। इन दोनों ईंधनों के दाम एक बार फिर से तीन सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंच गये हैं। उत्पाद शुल्क कटौती तथा सरकारी तेल कंपनियों की एक रुपये सब्सिडी दिये जाने के बाद ईंधन के दाम में यह बढ़ोतरी दर्ज की गयी। कटौती के बाद दो दिन में पेट्रोल 32 पैसे प्रति लीटर, वहीं डीजल का दाम 58 पैसे चढ़ गया। पेट्रोल, डीजल कीमतों में चार अक्टूबर को न्यूनतम 2.50 रुपये की कटौती की गई। केन्द्र सरकार ने जहां उत्पाद शुल्क में 1.50 रुपये लीटर की कटौती की वहीं सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम विपणन कंपनियों ने पेट्रोल, डीजल पर एक रुपये लीटर सब्सिडी दी है। भाजपा शासित राज्यों में कटौती ज्यादा हुई क्योंकि इन राज्यों में स्थानीय कर या वैट में भी ढाई रुपये कटौती हुई है। यानी इन राज्यों में दाम पांच रुपये घटे हैं।
इस कटौती के अगले दिन से ही कीमतों में वृद्धि होने लगी है। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों द्वारा जारी कीमत अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल के दाम में शनिवार को 18 पैसे तथा रविवार सात अक्टूबर को 14 पैसे लीटर की वृद्धि हुई है। कीमत में कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 81.50 रुपये प्रति लीटर रह गया था। वहीं रविवार को यह यह 81.82 रुपये लीटर पर पहुंच गया। इसी प्रकार, डीजल की कीमत में छह अक्टूबर और सात अक्टूबर को 29-29 पैसे बढ़ी है। इस बढ़ोतरी के बाद डीजल के दाम 73.53 रुपये लीटर हो गये, जो पांच अक्टूबर को 72.85 रुपये लीटर पर थे।
दिल्ली में ईंधन पर वैट कटौती नहीं की गयी है। इसके बावजूद सभी महानगरों की तुलना में राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल और डीजल सस्ता है। मुंबई में वैट में कटौती के बावजूद पेट्रोल की कीमत सर्वाधिक है। उल्लेखनीय है कि चार अक्टूबर को दिल्ली में पेट्रोल 84 रुपये लीटर तथा मुंबई में 91.34 रुपये लीटर की रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गये थे। डीजल का दाम भी दिल्ली में 75.45 रुपये तथा मुंबई में 80.10 रुपये लीटर की रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गये।
बाद में दाम में कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल 81.50 रुपये लीटर तथा मुंबई में 86.97 रुपये लीटर पर आ गया। वहीं पांच अक्टूबर को डीजल दिल्ली में 72.95 तथा मुंबई में 77.45 रुपये लीटर पर आ गया। निजी क्षेत्र की नयारा एनर्जी (पूर्व में एस्सार आयल) ने भी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों की तर्ज पर ईंधन में एक रुपये लीटर की कटौती की है।