संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि आतंकवाद से निपटने और हिंसक उग्रवाद को रोकने में भारत संयुक्त राष्ट्र का अहम साझेदार है और आतंकवाद के वित्तपोषण से लड़ने की क्षमता बढ़ाने के लिए दोनों के बीच सहयोग बढ़ाने की योजना है। सोमवार को भारत की तीन दिवसीय यात्रा शुरू करने जा रहे गुतारेस ने कहा कि सीमाओं से परे आतंकी गतिविधियों की साजिश रचकर उन्हें अंजाम दिया जा रहा है और आतंक को बढ़ावा देने वाले हालात पर ध्यान देने की जिम्मेदारी सभी देशों की है।
गुतारेस ने एक ईमेल इंटरव्यू में कहा, ‘‘कट्टरपंथ, हिंसक उग्रवाद और आतंकवाद का खतरा लगातार बना हुआ है और दुनिया के कई हिस्सों में तो यह बढ़ रहा है। आज के आतंकवादी तकनीक और सोशल मीडिया दोनों में निपुण हैं और नौजवानों की भर्ती तथा धन की उगाही के लिए नफरत और हिंसा का माहौल बनाने के समकालीन तरीकों का सफलतापूर्वक फायदा उठा रहे हैं।’’ संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने इस बात पर जोर दिया कि सभी देशों को हिंसा रोकनी चाहिए और आतंकवाद निरोधक उपाय लागू करने चाहिए।
उन्होंने आतंकवाद से निपटने और हिंसक उग्रवाद को रोकने में भारत को संयुक्त राष्ट्र का महत्वपूर्ण साझेदार बताया। गुतारेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ट्रस्ट फंड में भारत सरकार का हालिया योगदान संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद निरोधक कार्यालय की क्षमता निर्माण परियोजनाओं के क्रियान्वयन को मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने में क्षमता मजबूत करने पर भारत और संयुक्त राष्ट्र के बीच सहयोग की भी योजनाएं हैं।