कार्यवाहक कप्तान के लिये काफी चुनौतियां होती हैं और रोहित ने भी इसे स्वीकार किया और साथ ही कहा कि मुख्य उद्देश्य यह होता है कि खिलाड़ी टीम में अपने स्थान के बारे में सोचे बिना ही स्वतंत्रता से खेले। उन्होंने कहा, ‘जब आपके कुछ सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया जाता है तो यह किसी भी टीम के लिये चुनौतीपूर्ण होता है।
निश्चित रूप से वे वापसी करेंगे और कुछ खिलाड़ियों को हटना पड़ेगा। हर टीम ऐसा कर रही है और खिलाड़ी भी इसे समझते हैं।’ रोहित ने कहा, ‘यह उन पर निर्भर करता है कि जब भी उन्हें मौका मिले, वे इस मौके का पूरा फायदा उठायें। लेकिन हमारे लिए कप्तान के तौर पर मैं और हमारे कोच को सुनिश्चित करना होता है कि वे मैदान में जाकर बिना किसी दबाव के अपना खेल खेलें।’