मुंबई। बॉलीवुड निर्देशक अनुराग कश्यप ने ‘मनमर्जियां’ से कुछ विवादित दृश्य हटाए जाने के बाद ट्विटर पर अपने गुस्से का इजहार किया। उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माताओं ने दृश्य हटाने से पहले उनसे संपर्क नहीं किया। दरअसल ‘मनमर्जियां’ में पगड़ी उतारकर सिगरेट पीने वाले दृश्य को लेकर सिख समुदाय ने विरोध जताया था और उस पर कश्यप ने बुधवार को सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए ‘मांफी’ मांग ली थी। कश्यप फिलहाल देश से बाहर हैं।
इस फिल्म के निर्माता ने प्रत्यक्ष तौर पर कश्यप की अनुपस्थिति में सेंसर बोर्ड से कथित आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने के लिए संपर्क किया। फिल्म में मुख्य कलाकार की भूमिका में तापसी पन्नू, अभिषेक बच्चन और विक्की कौशल हैं। कश्यप ने ट्विटर पर इस फिल्म के प्रस्तुतकर्ता इरोज़ इंटरनेशनल के प्रति अपने गुस्से का इजहार किया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘ इससे पहले कि मेरा ट्वीट हटा लिया जाए, बधाई हो। इससे पंजाब की सभी समस्याएं समाप्त हो गई और सिख युवाओं को बचा लिया गया। जब भी आप किसी फिल्म से परेशान हों तो सीधे किशोर लुल्ला (इरोज़ इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अध्यक्ष) से बात करें। इरोज़ को पता है कि मिनटों में समस्या का समाधान कैसे किया जा सकता है।’
एक बयान में इरोज़ ने बिना कश्यप का हवाला देते हुए बताया कि निर्देशक आनंद एल राय द्वारा चलाया जा रहा कलर येलो प्रोडक्शन्स, ‘मनमर्जियां’ का क्रियेटिव प्रोड्यूसर है। बयान में आगे कहा गया है, ‘ कलर येलो हर समुदाय का आदर और सम्मान करता है और हमारा इरादा तटस्थ रहने के साथ ही किसी भी धर्म या समुदाय की भावना इरादतन आहत करने का नहीं है।’ इरोज़ ने अपने बयान में आगे कहा, ‘कानून-व्यवस्था के प्रति हमारे मन में गहरा सम्मान है और हम सेंसर बोर्ड के सभी निर्देशों का पालन करते हैं जो देश में फिल्म की सबसे बड़ी अथॉरिटी है।’
सेंसर की एक कॉपी के अनुसार फिल्म से तीन दृश्य हटाए गए हैं। इसमें 29 सेकंड का सिगरेट पीने वाला दृश्य है और अभिनेत्री तापसी पन्नू और अभिषेक बच्चन का एक मिनट का गुरुद्वारे वाला दृश्य है। इसके अलावा 11 सेकेंड का तापसी पन्नू का सिगरेट पीने वाला दृश्य है। तापसी पन्नू ने भी फिल्म से इन दृश्यों के हटाए जाने पर गुस्से का इजहार किया।
अभिनेत्री ने ट्वीट किया, ‘मैं आश्वस्त हूं कि इन दृश्यों को हटाकर यह सुनिश्चित कर लिया गया कि कोई सिख अब कभी भी सिगरेट नहीं पिएगा और कोई महिला गुरुद्वारे में शादी करने के दौरान किसी के बारे में नहीं सोचेगी। इससे वाहेगुरु को गर्व होगा और इसका आश्वासन मिल जाएगा कि मेरा धर्म सबसे शुद्ध, सबसे सही और शांतिप्रिय है।’