देहरादून। देहरादून में छात्रसंघ चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली है। जहां एक डीबीएस पीजी कॉलेज में एबीवीपी ने अपना परचम फहराया है। तो वहीं एमकेपी में एनएसयूआइ ने एक पद छोड़ बाकी सभी पर कब्जा किया है। जबकि एसजीआरआर पीजी कॉलेज में एबीवीपी के बागी को जीत मिली है। सबसे पहले बात करते हैं डीबीएस पीजी कॉलेज की। यहां छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष और यूआर पद पर एबीवीपी ने कब्जा किया। यहां अध्यक्ष पद पर परिषद के मनवीर सिंह और महासचिव पद पर निर्दलीय चुनाव लड़े शुभम जोशी ने जीत दर्ज की। निर्दलीय जीते महासचिव समेत अन्य सभी पदाधिकारियों ने शपथ ग्रहण के बाद एबीवीपी का हाथ थाम लिया। इसके बाद विजय प्रत्याशियों ने एक साथ जुलूस निकाला और जमकर आतिशबाजी की।
डीबीएस पीजी कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव में दूसरे साल भी अध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने कब्जा किया। शनिवार सुबह 8:30 बजे से शुरू हुआ मतदान दोपहर एक बजे तक चला। यहां पंजीकृत 1524 वोटरों में से 939 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कुल मतदान 61 फीसद रहा। सर्वाधिक वोट अध्यक्ष पद पर मनवीर सिंह को 790 पड़े हैं। महासचिव पद पर शुभम जोशी ने 375 वोटों के साथ प्रतिद्वंद्वी को 33 वोटों से हराया। यूआर पद पर परिषद के रोहन जोशी ने 462 वोट पाए। इधर, पांच राउंड में हुई मतगणना के बाद मुख्य चुनाव अधिकारी दिलीप शर्मा ने परिणाम घोषित किया।
परिणाम घोषित होने के साथ विजेताओं ने विजयी जुलूस निकाला और जमकर आतिशबाजी की। इसके बाद विजेताओं को शपथ दिलाई गई। छात्रसंघ प्रभारी दिलीप शर्मा ने बताया कि शपथ ग्रहण के बाद सभी प्रत्याशियों ने एबीवीपी में शामिल होने की घोषणा की है। इस दौरान प्रिंसिपल एके वियानी, उप चुनाव अधिकारी शैल कुलश्रेष्ठ, डा.जयपाल सिंह, डा.केपी सिंह, डा.अमित चौहान, डा.अभिषेक गुप्ता, डा.विपिन, डा.निर्मला कोरंगा, डा.महिमा श्रीवास्तव, डा.रुपेश त्यागी, डा.एवी वाजपेयी, डा.विजय बहुगुणा आदि मौजूद रहे।
डीबीएस में ये रहे विजेता
पद प्रत्याशी प्राप्त वोट
अध्यक्ष- मनवीर सिंह, 790
सुधांशु जोशी, 128
महासचिव- शुभम जोशी, 375
मनोज राम, 207
उपाध्यक्ष- श्रुति चौहान, 220
अनिल कुमार, 80
संयुक्त सचिव-अमित चौहान, 121
अंचल नेगी, 118
कोषाध्यक्ष- अजय नेगी, 157
अंकित सुंदरियाल, 73
यूआर- रोहन जोशी, 462
सृष्टि चमोली, 170
एनएसयूआइ की जमानत जब्त
डीबीएस कॉलेज में पिछले साल महासचिव पद पर मानसी राणा ने जीत दर्ज कर एनएसयूआइ की लाज बचाई थी। मगर, इस बाद एक भी प्रत्याशी चुनाव नहीं जीता। अध्यक्ष पद पर मैदान में खड़े सुधांशु जोशी ने 128 वोट पाए। जोशी अपनी जमानत तक नहीं बचा पाए।
वायदों को करेंगे पूरा
डीबीएस में चुनाव जीतने के बाद प्रत्याशियों वोटरों से किए वायदे पूरा करने की बात दोहराई। अध्यक्ष बने मनवीर सिंह ने कहा कि कॉलेज में बड़ी समस्या को सूचीबद्ध कर प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किया जाएगा। कॉलेज में शैक्षिक माहौल को कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। महासचिव शुभम जोशी ने कहा कि छात्रहितों को लेकर काम किया जाएगा।
चार साल में मतदान की स्थिति
वर्ष, प्रतिशत
2015, 71.45
2016, 69.15
2017, 66.07
2018, 61.03
दून में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी ने लहराया परचम
देहरादून के आठ कॉलेजों में हुए छात्रसंघ चुनावों में अध्यक्ष के चार पदों पर एबीवीपी ने परचम लहराया। इसके अलावा दो कॉलेजों के अध्यक्ष पद एनएसयूआइ और दो निर्दलीय के खाते में गए। जबकि, महासचिव पद पर एनएसयूआइ, एबीवीपी एवं निर्दलीय दो-दो कॉलेजों के साथ बराबरी पर रही। वहीं, एक कॉलेज में आर्यन और एक में मसूरी छात्र संगठन से जीत दर्ज की।
देहरादून जिले के त्यूणी डिग्री कॉलेज में निर्धारित तिथि तक एक भी नामांकन न आने के कारण वहां चुनाव स्थगित कर दिए गए। एसजीआरआर में एबीवीपी से अध्यक्ष पद के प्रबल दावेदार प्रविंद गुप्ता का टिकट काटकर ऐन मौके पर गिरीश भट्ट को मैदान में उतारा गया। जबकि, अध्यक्ष पद पर एबीवीपी से बागी प्रविंद गुप्ता ने शानदार जीत दर्ज की। जिले में एमपीजी कॉलेज मसूरी, डिग्री कॉलेज चकराता, डोईवाला एवं डीबीएस कॉलेज में अध्यक्ष पद एबीवीपी ने जीता।
जबकि, एमकेपी एवं डिग्री कॉलेज ऋषिकेश कॉलेज में अध्यक्ष पद एनएसयूआइ की झोली में गया। उधर, डाकपत्थर एवं एसजीआरआर कॉलेज में निर्दलीय अध्यक्ष जीते। इसी प्रकार महासचिव पद पर मसूरी कॉलेज से मसूरी छात्र संगठन, डाकपत्थर में आर्यन, चकराता एवं डाईवाला कॉलेज में एबीवीपी, एमकेपी एवं ऋषिकेश में एनएसयूआइ एवं डीबीएस व एसजीआरआर में निर्दलीय ने बाजी मारी।
विजयी प्रत्याशियों से ज्यादा नोटा को मिले वोट
डीबीएस कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में नोटा पर भी वोटरों ने खूब मुहर लगाई। यहां कोषाध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद पर विजयी प्रत्याशियों से ज्यादा नोटा पर मुहर लगी। छह पदों के लिए वोटरों ने 575 बार नोटा का प्रयोग करते हुए चुनावी मैदान में खड़े प्रत्याशियों को नकार दिया।
डीबीएस कॉलेज में छह पदों के लिए चुनावी मैदान में करीब 48 प्रत्याशी खड़े थे। इसके लिए शनिवार को 939 छात्र-छात्राओं ने मतदान किया। चुनाव में मजेदार बात यह रही कि कोषाध्यक्ष पद पर विजयी अजय नेगी को 157 और नोटा को 180 वोट मिले। यही स्थिति संयुक्त सचिव पद पर चुनाव जीते अमित सिंह चौहान के साथ भी रही, जहां उन्हें 121 और नोटा को 179 वोट मिले। इसके अलावा उपाध्यक्ष पद पर 179, अध्यक्ष पद पर 15, महासचिव पद पर 10 और यूआर पद पर 12 ने नोटा पर मुहर लगाई।
449 वोट अवैध घोषित
डीबीएस कॉलेज में छात्रसंघ चुनाव के दौरान अलग-अलग पदों पर 449 वोट अवैध यानि अमान्य घोषित किए गए। सबसे ज्यादा अवैध वोट उपाध्यक्ष पद पर 166, कोषाध्यक्ष पद पर 158, यूआर पर 98, संयुक्त सचिव पर 16, अध्यक्ष पद पर छह और महासचिव पद पर सबसे कम पांच अवैध वोट पड़े।
दून विवि में अभिषेक थलवाल बने अध्यक्ष
दून विवि छात्र परिषद अध्यक्ष पद पर अभिषेक थलवाल ने जीत दर्ज की। अभिषेक ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी बबलू कुमार सिंह को 11 मतों के अंतर से हराया। मतदान में आठ स्कूल सोसायटी के सभी 28 निर्वाचित प्रतिनिधियों ने वोट डाले।
मुख्य चुनाव अधिकारी एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. एचसी पुरोहित ने बताया कि शनिवार सुबह 11 बजे से प्रत्याशियों ने अपने पक्ष में मतदान करने के लिए भाषण के जरिये पक्ष रखा। बतौर पर्यवेक्षक डॉ. आशीष कुमार व डॉ. चंद्रिका कुमार की मौजूदगी में आम सभा हुई। दोपहर 12 बजे से एक बजे तक निर्वाचन अधिकारी डॉ. प्राची पाठक, सहायक कुलसचिव दुर्गेश डिमरी, नरेंद्रलाल ने मतदान प्रकिया संपन्न करवाई।
जिसमें सभी 28 स्कूल सोसायटी प्रतिनिधियों ने मतदान किया। दोपहर एक बजे मतगणना पूरी हुई। जिसके बाद परिणाम घोषित किए गए। अध्यक्ष पद पर अभिषेक थलवाल, उपाध्यक्ष पद पर सुमेंद्र भंडारी, सचिव अमन रावत, संयुक्त सचिव कुमारी नेहा पांडेय और कोषाध्यक्ष पद के लिए मोइज खान निर्वाचित हुए।
निर्वाचन के बाद कुलपति डॉ. सीएस नौटियाल ने निर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ ग्रहण कराया। इस अवसर पर चुनाव पर्यवेक्षक सहायक श्रमायुक्त उमेश चंद्र राय, प्रभारी कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मंद्रवाल, प्रशांत मेहता, दिनेश चंद्र पुरोहित एवं बाईपास चौकी प्रभारी योगेश पांडेय आदि उपस्थित रहे।
यह रहे परिणाम
अध्यक्ष
अभिषेक थलवाल, 18 मत
बबलू कुमार सिंह, सात
कुमारी उर्वशी, तीन
उपाध्यक्ष
सुमेंद्र भंडारी, 19 मत
अभिनंदन गर्ग, नौ
महासचिव
अमन रावत, 15 मत
शुभम मेहता, 13
संयुक्त सचिव
नेहा पांडे, 18 मत
ऐश्वर्य कुमार सिंह, 10
कोषाध्यक्ष
मोइज खान, 19 मत
कुमारी सानिया गुप्ता, नौ
एसजीआरआर में अभाविप के बागी ने मारा मैदान
एसजीआरआर पीजी कॉलेज में अभाविप को बड़ा झटका लगा है। यहां संगठन के बागी प्रविंद गुप्ता ने भारी मतों के साथ अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया है। जबकि, अभाविप के गिरीश भट्ट तीसरे स्थान पर रहे। वहीं एनएसयूआइ की गौरांगना क्षेत्री दूसरे स्थान पर रहीं। महासचिव पद पर अकमल अली ने शिवांग प्रताप राणा को शिकस्त दी। यह दोनों ही उम्मीदवार आर्यन से जुड़े हैं, लेकिन टिकट बंटवारे पर उपजे घमासान के बीच संगठन ने अपना कोई अधिकृत उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारा था।
एसजीआरआर पीजी कॉलेज में शनिवार को हुए मतदान में 1269 मतदाताओं में से 879 (69.27 फीसद) ने मतदान किया। मतदान शांतिपूर्ण रहा। दोपहर से मतगणना शुरू हुई और शाम को परिणाम जारी किए गए। मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. प्रदीप सिंह ने बताया कि कॉलेज में छह पदों के लिए 15 प्रत्याशी मैदान में थे। परिणाम घोषित किए जाने के बाद विजेता छात्रसंघ पदाधिकारियों को शपथ ग्रहण कराई गई। मतदान के लिए कॉलेज को चार जोन में बांटा गया था। इनमें दो जोन छात्राओं के लिए थे। अध्यक्ष पद पर अभाविप के बागी प्रविंद गुप्ता ने एनएसयूआइ की गौरांगना क्षेत्री को 338 मतों के भारी अंत से हराया। महासचिव पद पर अकमल अली ने शिवांग प्रताप राणा को 89 वोट से हराया।
एक साथ मनी होली-दीवाली
परिणाम घोषित होने से पहले ही अध्यक्ष पद पर आगे चल रहे प्रविंद के समर्थकों ने कॉलेज के बाहर जश्न मनाना शुरू कर दिया था। इस दौरान छात्र ढोल की थाप पर जमकर थिरके। जीत की घोषणा होते ही परिसर नारों से गूंज उठा। कॉलेज के अंदर और बाहर होली के त्योहार जैसा माहौल हो गया। विजेताओं ने जीत का जश्न नाचते गाते हुए विजय जुलूस निकालकर मनाया। वहीं, हारने वाले प्रत्याशी और समर्थकों के चेहरे लटके रहे।
इस बार रिकॉर्ड मतदान: पिछले वर्षों की अपेक्षा छात्रसंघ चुनाव में इस बार रिकॉर्ड मतदान हुआ है। पिछले साल मतदान प्रतिशत महज 45.25 फीसद पर आकर ठहर गया था। वर्ष 2017 में 58.57 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। इस बार वोटिंग का ग्राफ तकरीबन 70 प्रतिशत तक पहुंच गया।
नोटा पर लगाई मुहर
छात्रसंघ चुनाव में उम्मीदवार को नकारने वाले मतदाता भी कम नहीं थे। नोटा का विकल्प भी उन्होंने खूब इस्तेमाल किया। सह सचिव पद पर सर्वाधिक 114 छात्र-छात्राओं ने नोटा का विकल्प चुना। जबकि, सबसे कम नोटा का इस्तेमाल अध्यक्ष पद पर हुआ। इस पद पर नौ छात्र-छात्राओं ने नोटा का विकल्प चुना। कोषाध्यक्ष पद पर 79, विवि प्रतिनिधि के पद पर 52, उपाध्यक्ष पद पर 45 और महासचिव पद पर 34 ने नोटा का विकल्प चुना।
छात्रसंघ अध्यक्ष प्रविंद गुप्ता ने कहा कि कॉलेज में सेमेस्टर सिस्टम को सुधारना प्राथमिकता है। इसके अलावा छात्राओं के लिए बेहतर सुविधाएं, खेल सुविधाओं के विकास के भी प्रयास किए जाएंगे।
छात्रसंघ महासचिव अकमल अली ने कहा कि कॉलेज में फैकल्टी की समस्या सबसे बड़ी है। विभिन्न संकायों में फैकल्टी बढ़ाने और पुस्तकालय सुविधा का विस्तार करना प्राथमिकता रहेगी। छात्राओं के लिए बेहतर प्रसाधन केंद्रों के निर्माण की ओर भी प्रयास किए जाएंगे।
एमकेपी में एनएसयूआइ ने लहराया परचम
एमकेपी महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव में एनएसयूआइ ने परचम लहराया। अध्यक्ष, महासचिव सहित पांच पदों पर एनएसयूआइ के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। अध्यक्ष पद पर एनएसयूआइ की निवेदिता राज सिरोला ने एबीवीपी की चीनू चौहान को 53 वोट हराया। निवेदिता को 253 और चीनू को 200 वोट मिले।
इसके अलावा उपाध्यक्ष पद पर शिवानी थापा (एनएसयूआइ), महासचिव पद पर जाह्नवी जुगरान (एनएसयूआइ), सहसचिव पद पर शीतल थापा(एबीसीएस), कोषाध्यक्ष पद पर नाजिश अंसारी (एनएसयूआइ), विश्वविद्यालय प्रतिनिधि अंकिता नौटियाल (एनएसयूआइ) ने बाजी मारी। देर शाम मतगणना के बाद चुनाव अधिकारी तुष्टि मैठाणी ने जैसे ही परिणााम की घोषणा की तो एनएसयूआइ के समर्थक छात्राएं खुशी से झूम उठी। इसके बाद विजेताओं ने समर्थकों के साथ विजयी जुलूस निकाला।
एमकेपी कॉलेज में पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सुबह 10:30 बजे मतदान शुरू हुआ जो दोपहर 2:30 बजे तक चला। चुनाव में 2157 मतदाताओं में से 825 छात्राओं ने मतदान किया। इस वर्ष का मतदान 38.25 प्रतिशत रहा जो पिछले वर्ष की तुलना में ज्यादा रहा। कॉलेज प्रशासन ने मतदान करने के लिए चार बूथ बनाए थे। चुनाव पर्यवेक्षक जिला पंचायत अधिकारी एम जफर खान की देखरेख में शाम 7:20 मिनट पर मतगणना पूरी हुई। इसके बाद चुनाव अधिकारी तुष्टि मैठाणी ने विजेताओं की घोषणा की। नवनिर्वाचित पदाधिकारियों ने छात्रहित में कार्य करने की शपथ ली।