नजिंग। पीवी सिंधू और किदाम्बी श्रीकांत ने विपरीत अंदाज में जीत दर्ज करके यहां विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के प्री क्वार्टर फाइनल में जगह बनायी लेकिन विश्व में 11वें नंबर के एचएस प्रणय को ब्राजील के इगोर कोल्हो के हाथों हार का सामना करना पड़ा। ओलंपिक रजत पदक विजेता सिंधू ने इंडोनेशिया की फितरियानी को 21-14, 21-9 से आसानी से पराजित किया। पिछले साल रजत पदक जीतने वाली इस 23 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी को पहले दौर में बाई मिली थी। वह अगले दौर में कोरिया की सुंग जी ह्यून से भिड़ेंगी जो 2015 विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता हैं।
पांचवीं वरीयता प्राप्त श्रीकांत ने स्पेन के पाबलो एबियन को तीन गेम तक चले मैच में 21-15, 12-21, 21-14 से हराया। पिछले साल चार खिताब जीतने वाले श्रीकांत का सामना अब मलेशिया के डेरेन ल्यू से होगा जिन्होंने 2012 फ्रेंच ओपन सुपर सीरीज जीती थी। बी साई प्रणीत भी अगले दौर में पहुंच गये हैं। उन्होंने स्पेन के लुई एनरिक पेनालवर को 21-18, 21-11 से हराया। अब उन्हें डेनमार्क के हैंस क्रिस्टियन सोलबर्ग विटिंगस का सामना करना है।
एक अन्य मैच में प्रणय ने अच्छी शुरूआत की लेकिन वह इसे बरकरार नहीं रख पाये और विश्व में 39वीं रैंकिंग के कोल्हो से 21-8, 16-21, 15-21 से हार गये। भारत के युगल खिलाड़ियों के लिये भी आज का दिन अच्छा नहीं रहा और सभी को हार झेलनी पड़ी। राष्ट्रमंडल खेलों के रजत पदक विजेता सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद डेनमार्क की विश्व में नंबर आठ जोड़ी किम एस्ट्रुप और एंडर्स सकारूप रासमुसन से 18-21, 21-15, 16-21 से हार गयी।
अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी के पास युकी फुकुशिमा और सयाका हिरोता की दूसरी वरीयता प्राप्त जोड़ी का कोई जवाब नहीं था। भारतीय जोड़ी ने यह मैच 14-21, 15-21 से गंवाया। राष्ट्रीय चैंपियन मनु अत्री और बी सुमित रेड्डी की जोड़ी ने अच्छी शुरूआत की लेकिन आखिर में वे पुरूष युगल में जापान के ताकुतो इनोउ और युकी कानेको से 24-22 13-21 16-21 से हार गये। सिंधू ने मैच में दबदबा दिखाया और मैच शुरू से उनके नियंत्रण में दिखा। उन्होंने कोर्ट को अच्छी तरह से कवर किया और उनके सटीक स्ट्रोक का इंडोनेशियाई खिलाड़ी के पास कोई जवाब नहीं था। पहले गेम में सिंधू ने 11-7 से बढ़त बनायी और फिर वह लगातार छह अंक जीतकर 17-7 पर पहुंच गयी। उन्होंने पहला गेम आसानी से अपने नाम किया।
दूसरे गेम में भी सिंधू ने दबदबा बरकरार रखा। उन्होंने शुरू में 2-3 से पिछड़ने के बाद पहले 8-3 से बढ़त बनायी और इंटरवल तक वह 11-5 से आगे थी। सिंधू ने इसके बाद फितरियानी को कोई मौका नहीं दिया और आसानी से मैच अपने नाम किया। श्रीकांत ने पहले गेम में 2–4 से पिछड़ने के बाद अंतर कम करके 6–8 कर दिया । इसके बाद 16–13 की बढत बना ली। पाबलो ने वापसी की कोशिश की लेकिन श्रीकांत ने पहला गेम जीत लिया। दूसरे गेम में श्रीकांत ने 6–3 की बढत बना ली लेकिन पाबलो छह अंक की बढत लेकर आगे निकल गए। श्रीकांत ने स्कोर 10–12 कर दिया लेकिन पाबलो ने लगातार अंक बनाकर गेम जीता। निर्णायक गेम में पाबलो ने एक समय 11–9 की बढत बनाई लेकिन बाद में श्रीकांत ने शानदार वापसी करते हुए मुकाबला जीता।