कुंभ मेला 2021 के लिए गठित राज्यस्तरीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने 300 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी

कुंभ मेला 2021 के लिए गठित राज्यस्तरीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने 300 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आवश्यक कार्यों को छोड़ा न जाए। पुलिस सर्विलांस सिस्टम को भी फरवरी के अंत तक ऑपरेशनल कर दिया जाए। सभी प्रकार के कार्यों के लिए सेंट्रलाइज्ड टेंडर निकाला जाए।

कुंभ मेला 2021 के लिए गठित राज्यस्तरीय उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने 300 करोड़ रुपये के प्रस्तावों को मंजूरी दी। मुख्य सचिव ओम प्रकाश की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में विभागों को प्रस्तावित व निर्माणाधीन कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।

इसके साथ ही महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों को टेंडर समिति में रखा जाए। स्वीकृत किए गए कार्यों में 150 बेड का हॉस्पिटल, 1000 बेड को कोविड केयर सेंटर, मेडिकल इक्यूपमेंट्स, हिल बाईपास में लोनिवि गेस्ट हाउस की मरम्मत, वाटर बैरिकेडिंग, टेंट आदि शामिल हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि कुंभ क्षेत्र में छह किमी मध्य मार्ग, जिसकी मरम्मत का कार्य पूर्व में बीएचईएल को आवंटित किया गया था, उसे लोनिवि से करवाया जाएगा।

इसके साथ ही कुंभ मोबाईल ऐप एवं पुलिस सर्विलांस सिस्टम को भी स्वीकृति दी गई। जिसके लिए आईटीडीए के सर्वर का उपयोग किया जाएगा।

गंगा किनारे भगवा रंग में रंगेंगे 151 भवन

महाकुंभ के दौरान गंगा किनारे सटे निजी आवासों के अलावा मंदिर, आश्रम और होटल समेत व्यावसायिक प्रतिष्ठान भगवा रंग में रंगेंगे। मेला प्रशासन के आग्रह पर होटल एसोसिएशन और व्यापारियों ने सहमति दे दी है।

महाकुंभ की तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं। मेला प्रशासन एवं प्राधिकरण उपाध्यक्ष दीपक रावत ने गंगा किनारे सटे भवनों को भगवा या गहरा पीला रंग से रंगने की कार्ययोजना बनाई है। सचिव हरबीर सिंह ने बताया कि प्राधिकरण ने इसका सर्वे किया। डामकोठी से लेकर सर्वानंद घाट तक करीब चार किमी के क्षेत्र में 151 भवन चिह्नित किए गए। प्राधिकरण और मेला प्रशासन की संयुक्त टीम भवन स्वामियों के पास पहुंची और उनके समक्ष भवनों को भगवा और गहरे पीले रंग से रंगवाने का प्रस्ताव रखा।

सचिव हरबीर सिंह ने बताया कि भवन स्वामियों ने सहमति दे दी है। सोमवार को व्यापारियों और होटल एसोसिएशन से जुड़े लोगों के साथ बैठक हुई। इसमें भी उन्होंने अपनी पसंद के हिसाब से भगवा और गहरे पीले रंग से भवन का रंग करने पर सहमति दे दी। सचिव हरबीर सिंह ने बताया कि मंदिरों का भगवा रंग मेला प्रशासन की ओर से किया जाएगा। इसकी शुरुआत एक मंदिर की रंगाई से हो गई है।

दिवाली बाद कुंभ के लिए रवाना होगी फोर्स

महाकुंभ में कानून व्यवस्था संभालने के लिए जिलों से दिवाली बाद फोर्स रवाना की जाएगी। यह पुलिस बल अंत तक वहां पर रहेगा। इसके साथ ही अन्य राज्यों और केंद्र से आने वाली फोर्स पर भी जल्द फैसला किया जा सकता है।

बता दें, फिलहाल जिलों से 54 अधिकारी और कर्मचारियों को कुंभ ड्यूटी के लिए हरिद्वार भेजा गया है। इनमें 18 इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर हैं, जो अपने साथ 2-2 कांस्टेबल व हेड कांस्टेबलों को लेकर कुंभ गए हैं। डीजी कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि महाकुंभ की कानून व्यवस्था को लेकर लगातार मंथन किया जा रहा है।

फिलहाल त्योहार हैं तो दीपावली के बाद ही बड़ी संख्या में फोर्स को हरिद्वार रवाना किया जाएगा। फोर्स शुरूआत से लेकर अंत तक हरिद्वार में ही रहेगी। डीजी के अनुसार बाहरी राज्यों और केंद्र से आने वाली फोर्स के लिए भी मंथन चल रहा है।

चूंकि, कोरोना की स्थिति से ही कुंभ में भीड़ का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसे में अभी डिमांड केंद्र और राज्यों को नहीं भेजी गई है। आशा है कि दिसंबर के प्रथम सप्ताह में कोरोना की स्थिति से अंदाजा हो जाएगा, कि कुंभ की क्या स्थिति रहने वाली है?

उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक सिर्फ एक महाकुंभ ही पुलिस ने कराया है। हालांकि, इस बीच दो अर्द्धकुंभ भी उत्तराखंड पुलिस ने निर्बाध पूरे कराए हैं। डीजी ने बताया कि जहां तक महाकुंभ की बात है तो इसके लिए केंद्र से करीब 10 कंपनियां आती हैं। जबकि, सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से 25 कंपनियां आयोजन के लिए आती हैं।

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