उत्तराखंड में मेडिकल कॉलेजों में फैकल्टी भर्ती के बदलेंगे मानक
रावत ने मेडिकल कॉलेज फैकल्टी भर्ती में अधिकतम आयु सीमा 42 वर्ष होने के कारण अनुभवी चिकित्सकों की तैनाती न होने पर, सेवा नियमावली में जरूरी बदलाव करने को कहा। साथ ही उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के माध्यम से पैरा मेडिकल स्टाफ की भर्ती और सभी मेडिकल कॉलेजों को हर दिन मेडिकल बुलेटिन जारी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने पिथौरागढ़ व हरिद्वार में स्वीकृत मेडिकल कॉलेजों का भूमि पूजन 15 अगस्त से पहले व नवंबर से अल्मोड़ा और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज का संचालन शुरू करने को कहा। बैठक में महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, सचिव स्वास्थ्य पंकज पांडे, कुलपति एचएनबी मेडिकल विश्वविद्यालय प्रो. हेमचंद्र, उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के चेयरमैन डॉ.डीएस रावत, अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा विभाग डॉ.आशुतोष सयाना, प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी डॉ.चंद्रप्रकाश भैसोड़ा, प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर डॉ.सीएमएस रावत, प्रधानाचार्य मेडिकल कॉलेज हरिद्वार डॉ.प्रदीप भारती गुप्ता, प्रभारी प्राचार्य मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा डॉ. एके आर्य, उपनिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ.एमके पंत सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों में स्टाफ की कमी दूर करने को सेवा नियमावली में संशोधन किया जाएगा। साथ ही कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए हर मेडिकल कॉलेज में 100-100 बेड बच्चों के लिए आरक्षित रखे जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने विधानसभा में विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह बात कही।