केदारनाथ पैदल मार्ग खोलने के लिए SOP जारी
केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि घोषित होने के बाद सरकार ने केदारनाथ धाम के पैदल मार्ग से बर्फ हटाने एवं मार्ग को ठीक करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। पैदल मार्ग को खोलने के लिए एसओपी जारी की गई है। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु की ओर से मंगलवार को पैदल मार्ग को खोलने और बर्फ हटाने का काम शुरू करने के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। मार्ग पर गिरी बर्फ का आंगठन लोनिवि के गुप्तकाशी खंड द्वारा किया जाएगा। इसके बाद विभाग की ओर से ई निविदा निकाली जाएगी।
मार्च के महीने में मौसम के अनुसार बर्फ हटाने का काम शुरू किया जाएगा। एसओपी में लिखा गया है कि मार्च दूसरे सप्ताह के बाद यह काम शुरू किया जाएगा। मार्ग खोलने के लिए चयनित फर्म के लिए श्रमिकों की सुरक्षा, स्वास्थ्य सहित कई बिंदुओं के लिए मानक तय किए गए हैं। इस क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए पीपीई किट की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही श्रमिकों के लिए सुरक्षित ठिकानों की व्यवस्था भी की जाएगी। श्रमिकों की स्वास्थ्य संबंधी जिम्मेदारी ठेकेदार की होगी।
बर्फ हटाने के उपकरण भी ठेकेदार द्वारा उपलब्ध कराए जाएंगे। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता को इस दिशा में आवश्यक कार्यवाही करने को कहा गया है। प्रमुख सचिव लोनिवि आरके सुधांशु ने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए पैदल मार्ग से बर्फ हटाने और मार्ग को ठीक करने के लिए एसओपी जारी की गई है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले पैदल मार्ग को पूरी तरह खोलने के साथ ठीक भी किया जाएगा। विभागीय अधिकारियों को इसकी कार्यवाही शुरू करने को कहा गया है।
चार धाम तीर्थ पुरोहित हकहकूकधारी महापंचायत ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत प्रचारक युद्धवीर से मिल कर देवस्थानम बोर्ड पर विरोध जताया। इसके साथ ही कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल और हरक सिंह रावत से भी मुलाकात की। महापंचायत के संयोजक सुरेश सेमवाल के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने पहले आरएसएस मुख्यालय पहुंच प्रांत प्रचारक से मिल कर देवस्थान बोर्ड को भंग करने की मांग की। तीर्थ पुरोहितों ने इस मामले में सहयोग का आग्रह किया।
उन्हें देवस्थानम बोर्ड के विपरीत प्रभावों के बारे में बताया। महापंचायत के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को शीघ्र भंग करने की मांग तेज की जाएगी। जल्द ही तीर्थ पुरोहितों का एक प्रतिनिधि मंडल भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और विश्व हिंदू परिषद के उच्च पदस्थ पदाधिकारियों से भेंट करेगा। प्रतिनिधिमंडल में डा बृजेश सती, अनिरुद्ध, रमेश सेमवाल, विनोद प्रसाद, उमेश सती, रजनीकांत सेमवाल आदि शामिल रहे।
बद्रीनाथ धाम को “स्मार्ट ्प्रिरचुअल हिलटाउन” के रूप में विकसित करने को उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद व सतलुज जल विद्युत निगम लि0 (एसजेवीएनएल) के बीच कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के तहत 12 करोड़ के एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। एमओयू के अवसर पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा, “श्री बद्रीनाथ धाम नर और नारायण पर्वत के बीच स्थित भारतवर्ष के प्रमुख चार धामों में से एक है। श्रद्धालुओं का परम प्रिय धार्मिक गंतव्य है। श्रद्धालुओं की बढ़ती हुई संख्या, सीमित संसाधनों तथा भौगोलिक प्रतिबंधों के कारण यह आवश्यक हो गया है कि अब इस पवित्र धाम की क्षमता को बढ़ाने को इसे एक “स्मार्ट स्प्रिचुअल हिलटाउन” के तहत विकसित किया जाए। कहा कि श्री बद्रीनाथ धाम के विकास को एक कदम आगे बढ़ाने को हम एसजेवीएनएल का आभार प्रकट करते हैं।
श्री यमुनोत्री 14 मई
श्री बदरीनाथ 18 मई