21 जून को लगेगा सूर्य ग्रहण, जानें कब लगेगा ग्रहण का सूतक काल
रिंग ऑफ फायर का यह नजारा कुछ सेकेंड से लेकर 12 मिनट तक देखा जा सकता है। ज्योतिषिय दृष्टि से देखा जाए तो इस ग्रहण का सूतक काल होगा। वहीं इस ग्रहण का प्रभाव भी लोगों पर पड़ेगा। इस ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले लग जाएगा। इसलिए ग्रहण के समय खाना पीना और पूजा करने की मनाही होगी। सूतक काल 20 जून की रात 10 बजे से शुरू हो जाएगा। सूर्य ग्रहण का मध्य 12 बजकर 24 मिनट दोपहर पर होगा।
21 जून को सूर्य ग्रहण लगेगा। यह इस साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा। 21 जून को लगने वाले सूर्य ग्रहण रिंग ऑफ फॉयर की तरह लगेगा। यह ग्रहण पूर्ण ग्रहण होगा, इसलिए दिन में रात लगने लगेगी। इस सूर्य ग्रहण में चांद सूर्य को केंद्र से कवर करेगा, जिससे सूर्य का किनारे का गोलाकर कुछ भाग दिखेगा, जिसे ‘रिंग ऑफ फायर’ कहा जाता है।
आपको बता दें कि इससे पहले सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर 2019 और 1 सितंबर 2016 और 15 जनवरी को इसी तरह का सूर्य ग्रहण दिख चुका है। यह ग्रहण सुबह 9 बजे से शुरू होगा और दोपहर 3 बजे तक रहेगा। पूर्ण ग्रहण 10 बजकर 17 मिनट पर होगा। यह ग्रहण अफ्रीका, पाकिस्तान के दक्षिण भाग में, उत्तरी भारत और चीन में देखा जा सकेगा। भारत में यह खंडग्रास चंद्र ग्रहण होगा।
सूर्य ग्रहण पर ऐसे हो रही उल्टी चाल
प्रमुख ज्योतिष विद्वान आचार्य कृष्णकांत मित्र का कहना है कि 21 जून को मिथुन राशि में लगने वाला सूर्य ग्रहण शुभ नहीं है, क्योंकि कई ग्रहों की चाल इस दौरान उल्टी रहेगी। सूर्य ग्रहण पर धार्मिक अनुष्ठान और पूजा जप से राहत मिल सकती है। संबंधित ग्रहों के मंत्रों का जाप संकट से मुक्ति दिलाएगा। ग्रहण काल का समय 21 जून को स्पर्श 10.30 मध्य 12.17 और मोक्ष 2.04 बजे दिन में है। सूर्य ग्रहण लगभग साढ़े तीन घंटे का होगा।