देहरादून। सेाशल मीडिया पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के खिलाफ टिप्पणियां करने पर महिला कांग्रेस की सोशल मीडिया महामंत्री वंदना गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई। प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष डॉ. केएस राणा ने वंदना को नोटिस देकर एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है। उन्हें पार्टी से निष्कासित करने की चेतावनी दी गई है।विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र की उपनल के जरिए अवैध नियुक्ति मामले में मीडिया में प्रीतम सिंह के नरम बयान पर वंदना ने काफी तीखी टिप्पणियां की थी। एक बयान में कहा कि प्रीतम सिंह जी ये जो अध्यक्ष की कुर्सी मिली हुई है न, कब सरक जाए कुछ नहीं कह सकते।
दूसरे बयान में कहा कि ये सब क्या ड्रामा है, हम कांग्रेसी कार्यकर्ताओं केा बेवकूफ समझ लिया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय पर भी एक व्यक्ति की फेसबुक पोस्ट कापी करते हुए जारी की। इसमें कहा कि ये वो किशोर उपाध्याय हैं जिनका उत्तराखंड में कांग्रेस को समाप्त करने में योगदान रहा। डॉ. राणा ने नोटिस में कहा कि सोशल मीडिया में इस प्रकार बयानों से पार्टी की छवि पर गलत असर पड़ा है। दूसरी तरफ, वंदना के तेवर अब भी तल्ख है।
उनका कहना है कि ये उनकी पुरानी पोस्ट हैं। उनका जवाब वो महिला कांग्रेस अध्यक्ष को दे चुकी हैं। साथ ही उन्होंने सवाल किया कि पूर्व में किशोर उपाध्याय पूर्व सीएम हरीश रावत के खिलाफ बयानबाजी करते थे, उन्हें नोटिस क्यों न दिया गया? इसी प्रकार नैनीताल में भाजपा नेता हेम आर्य को पार्टी शामिल करना भी महिला कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ साजिश थी। तो प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह और नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश को क्यों नोटिस न दिया गया?मालूम हो कि लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने सारा दारोमदार अपने साइबर कार्यकर्ताओं के जिम्मे कर दिया है। वहीं कांग्रेस में साइबर वार घर के भीतर ही छिड़ी है।