प्रदेश में आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण एक कीर्तिमान हासिल किया है। प्रदेश भर में अब तक 50 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके हैं। शत प्रतिशत कार्ड बनाने के लक्ष्य को लेकर प्रयास जारी हैं। बता दें कि उत्तराखण्ड में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दिनांक 23 सितम्बर 2018 से लागू हुई और अटल आयुष्मान योजना का संचालन 25 दिसम्बर 2018 से शुरू हुआ। बीते समयांतराल में जन-जन को योजना का लाभ देने के लिए जागरूकता अभियान व अन्य कार्यक्रम भी समय समय पर चलाए गए। इसी का नतीजा है कि वर्तमान में प्रदेश में 50 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। इसमें सबसे अधिक 1047988 कार्ड राजधानी देहरादून में बने है। जिन क्षेत्रों में कम कार्ड बने हैं उन्हें फोकस किया जा रहा है।
राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरूणेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि आयुष्मान योजना के अंतर्गत अभी तक 50 लाख से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं। सभी लोगों को आयुष्मान योजना से जोड़ने के लिए वृहत स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। आयुष्मान जन कल्याण की बेहद अहम योजना है। हमारी प्रतिबद्धता है कि प्रदेश के हर व्यक्ति को स्वास्थ्य निशुल्क सुविधा मिले। अभी तक 50 लाख से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाए जा चुके है। इसके लिए पूरी टीम को बधाई। कोशिश है कि शत-प्रतिशत लोगों को आयुष्मान से जोड़ने का लक्ष्य भी जल्द हासिल हो जाए।