उत्तराखंड में एक नवंबर से खोले जाएंगे स्कूल
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक में बोर्ड परीक्षार्थियों, प्रदेश के अधिकारियों और कर्मचारियों, पर्यटन से जुड़े परिवहन कारोबारियों में वाहन चालकों, ई-रिक्शा चालकों समेत 2.43 लाख व्यक्तियों और वर्ग-चार और वर्ग-तीन की भूमि पर कब्जेधारकों को राहत देते हुए महत्वपूर्ण फैसले लिए गए। कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक ने मंत्रिमंडल के फैसलों को ब्रीफ किया। उन्होंने बताया कि बैठक में कुल 18 बिंदुओं पर चर्चा हुई। 17 को लेकर फैसले लिए गए।
उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के चलते चालू शैक्षिक सत्र में सात माह से बंद पड़े स्कूल खोलने को लेकर त्रिवेंद्र सिंह रावत मंत्रिमंडल ने अहम फैसला लिया है। एक नवंबर से सरकारी और निजी स्कूल खोले जाएंगे, लेकिन सिर्फ 10वीं और 12वीं की कक्षाएं चलाई जाएंगी। इन दोनों कक्षाओं में बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
कोरोना संकट काल में केंद्र सरकार के निर्देशों के मद्देनजर प्रदेश में स्कूलों को खोलने के बारे में मंत्रिमंडल में व्यापक मंथन हुआ। जिलों से जिलाधिकारियों व शिक्षाधिकारियों के माध्यम से स्कूलों को खोलने के बारे में प्राप्त फीडबैक पर विचार हुआ। कोरोना काल में अन्य देशों के साथ ही देश के कुछ राज्यों में स्कूल खोलने के फैसले से बढ़ गए कोरोना संक्रमण के खतरे पर गौर किया गया। मंत्रिमंडल में कक्षा एक से नवीं और 11वीं की कक्षाएं फिलहाल नहीं चलाने पर सहमति बनी है। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं और अध्ययनरत पांच लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को परेशानी को देखते हुए सभी सरकारी और निजी स्कूलों में ये दोनों कक्षाएं चलाने का निर्णय लिया गया।
हालात दुरुस्त होने के बाद अन्य कक्षाओं के संचालन पर होगा फैसला
हालात दुरुस्त रहे तो एक माह बाद अन्य कक्षाओं को चलाने के बारे में फैसला लिया जाएगा। कक्षाओं का संचालन केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी (मानक प्रचालन कार्यविधि) के अनुसार होगा। शिक्षा विभाग की ओर से इस संबंध में अलग से एसओपी जारी की जाएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की पहल पर त्योहारी सीजन में खर्च को लेकर कार्मिकों के हाथ खोले गए हैं।