भोपाल। शिवसेना के श्रीलंका की तर्ज पर देशहित में बुर्का पर प्रतिबंध की मांग के बाद देश में इस पर सियासत तेज हो गई है। शहीद एटीएस चीफ करकरे पर अपने विवादित बयानों से किरकिरी झेलने वाली भाजपा नेता साध्वी प्रज्ञा ने शिवसेना के सुर में सुर मिलाते हुए इस मांग का समर्थन किया है।साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि अगर देश की सुरक्षा के लिए यह जरूरी है तो इसपर बैन लगना चाहिए।
साध्वी ने कहा किसी कारण से अगर कोई इस माध्यम का लाभ उठाते हैं और इससे देश को नुकसान पहुंचता हो, लोकतंत्र खतरे में हो या फिर सुरक्षा खतरे में हो तो ऐसी परंपराओं में थोड़ी ढील देनी चाहिए। कानून के जरिए बैन लगाया जाए इससे अच्छा है कि वो खुद ही इस पर फैसला लें। अगर कोई इसके लिए जरिए गलत काम करता है तो उनका ही पंथ बदनाम होगा। एयरपोर्ट पर जांच होती है तो धर्म आड़े नहीं आता।
हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर साध्वी के बयान से अपना अलग मत रखा है। भाजपा प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने भारत में बुर्का में बैन की मांग को खारिज करते हुए कहा कि भारत में बुर्का में बैन की जरुरत नहीं। नरसिम्हा राव ने कहा कि बुर्के पर फिलहाल पाबंदी लगाने की जरुरत नहीं. हर देश को अपनी सुरक्षा के हिसाब से फैसला लेना होता है। हमारा देश सुरक्षित है।