संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने म्यामां से रोहिंग्या लोगों की सुरक्षित वापसी के प्रयास तेज करने और मुस्लिम अल्पसंख्यकों पर हमला करने वाले साजिशकर्ताओं की जवाबदेही तय करने को कहा है। परिषद के म्यामां और बांग्लादेश राजदूतों ने म्यामां में हुई कथित हिंसा के सही कारणों का पता लगाने के लिए 28 अप्रैल से एक मई के बीच एक अभियान चलाया था, जिसके बाद बुधवार को यह बयान जारी किया गया।
पिछले साल अगस्त से अभी तक करीब 7,00,000 रोहिंग्या म्यामां छोड़ चुके हैं। म्यामां के पूर्व सत्तारूढ़ जुंटा के समर्थक चीन ने मानवाधिकारों उल्लंघन की जांच में पारदर्शिता का शुरूआत में विरोध किया था लेकिन बाद में बातचीत के दौरान वह मान गया। परिषद के सदस्यों ने कहा कि मानवाधिकारों के दुरुपयोग एवं उल्लंघन के आरोपों में पारदर्शी जांच कराने के महत्व के मद्देनजर हम म्यामां सरकार से कानून के आधार पर हिंसा के अपराधियों की जवाबदेही तय करने की अपील करते हैं। उन्होंने कहा कि परिषद म्यामां से रोहिंग्या लोगों की सुरक्षित , स्वैच्छिक और प्रतिष्ठित वापसी सुनिश्चित करने के प्रयास तेज करने की अपील भी करता है।