उत्तराखंड में लॉकडाउन के चलते आज और कल नहीं चलेंगी रोडवेज बसें
चार मैदानी जनपदों में लॉकडाउन होने का असर परिवहन सेवाओं पर भी पड़ेगा। जहां दून में विक्रम, ऑटो, निजी बसें, सिटी बसें बंद रहेंगी वहीं सूबे में रोडवेज बसों का भी संचालन नहीं हो पाएगा।
राज्य सरकार की ओर से चार जनपदों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर व नैनीताल में दो दिन लॉकडाउन के आदेश के बाद सूबे में शनिवार और रविवार को रोडवेज बसों का संचालन ठप रहेगा। दरअसल, इन जनपदों में ही सर्वाधिक डिपो हैं और पहाड़ी जिलों में सर्वाधिक बस संचालन भी यहीं से होता है। लॉकडाउन के चलते यात्री न मिलने की आशंका को देखते हुए रोडवेज मुख्यालय ने दो दिन तक बसों का संचालन न करने का निर्णय लिया है।
रोडवेज के देहरादून में पांच जबकि हरिद्वार जिले में तीन डिपो हैं। इसी तरह ऊधमसिंहनगर में चार व नैनीताल में तीन डिपो हैं। कोरोना के चलते फिलहाल रोडवेज बसों का संचालन प्रदेश के अंदर ही हो रहा है। मौजूदा समय में रोडवेज करीब 200 बसों को संचालित कर रहा है, जिनमें करीब 160 बसें अकेले इन्हीं चारों जनपदों से चलती हैं। चारधाम के लिए बदरीनाथ सेवा भी ऋषिकेश से ही चलाई जाती है।
लॉकडाउन में परिवहन पर पाबंदी होने से चारों जनपदों में न कोई बस आ सकेगी, न ही जाएगी। रोडवेज को यात्री भी इन्हीं चार जनपदों से मिल रहे। ऐसे में रोडवेज ने दो दिन बस संचालन नहीं करने का निर्णय लिया है। रोडवेज के महाप्रबंधक संचालन दीपक जैन ने बताया कि प्रदेश में दो दिन बस संचालन नहीं होगा। यदि दूसरे जनपदों में पर्वतीय मार्ग से पर्वतीय मार्ग पर संचालन की बेहद जरूरत होगी तो वहां पर बसें रिजर्व में रहेंगी।
अप्रैल के वेतन में नहीं मिलेंगे भत्ते
रोडवेज ने सरकार से 22 करोड़ रुपये की मदद मिलने के बाद अप्रैल का वेतन जारी करने की तैयारी कर ली है। हालांकि, इसके लिए गाइड-लाइन तैयार की गई है। रोडवेज के डीजीएम कार्मिक संजय गुप्ता की ओर से शुक्रवार को सभी मंडल, डिपो और बस अड्डों समेत कार्यशालाओं के प्रबंधकों व सहायक महाप्रबंधकों को गाइड-लाइन के अनुसार वेतन बनाने के आदेश दिए।
इसमें नियमित कर्मियों को प्रदूषण और वर्दी भत्ता छोड़कर पूरे वेतन एवं बाकी भत्तों का लाभ मिलेगा। मार्च में किए गए अतिकाल भत्ते का भुगतान वेतन के साथ देय नहीं होगा। विशेष श्रेणी व संविदा चालक-परिचालकों को सितंबर-2019 से फरवरी-2020 तक किए गए औसत किलोमीटर के आधार पर वेतन दिया जाएगा। प्रोत्साहन राशि व वर्दी भत्ता इन्हें भी नहीं मिलेगा। तकनीकी और उपनल कर्मियों करो को सितंबर-2019 से फरवरी-20 तक औसत कार्य दिवसों के आधार पर भुगतान होगा।