15 अप्रैल से लखनऊ से मुंबई, हावड़ा और दिल्ली जाने वाली कई ट्रेनों में सीटें फुल हैं। कुछ ट्रेनों के स्लीपर में भी सीट बची हैं, पर वह नाममात्र हैं। कोरोना में एक दूसरे से नजदीकी बनाने के लिए भले ही मना हो, मगर यात्री अपने सफर से समझौता करने को तैयार नहीं है। 15 अप्रैल से स्टेशनों पर भीड़ उमड़ेगी। ऐसे में सामाजिक दूरी का फॉर्मूला फेल होना तय माना जा रहा है।
देशभर में कोरोना लॉकडाउन के चलते 14 अप्रैल तक ट्रेनें बंद हैं। 15 अप्रैल से ट्रेनें शुरू होने की संभावना है, ऐसे में इन ट्रेनों के पटरी पर आते ही इनमें मारामारी होने वाली है।
दिल्ली जाने वाली काशी, गोरखधाम, अवध असम, फैजाबाद-दिल्ली, फरक्का, बिहार संपर्क क्रांति, वैशाली एक्सप्रेस समेत लगभग सभी ट्रेनों में थर्ड एसी की सीटें फुल हैं, जबकि स्लीपर से सफर के लिए फैज़ाबाद-दिल्ली और पद्मावत में ही सीटें बची हैं। ट्रेनों का यह हाल 20 अप्रैल तक बना हुआ है।
15 अप्रैल को लखनऊ से कोई भी ट्रेन हावड़ा के लिए रवाना नहीं हो रही है। हावड़ा जाने वाली अधिकांश ट्रेन पीछे से आती हैं। इसके चलते 16 अप्रैल को ट्रेनें चारबाग से गुजरेंगी जबकि इस दिन कुम्भ, पंजाब मेल, दून, सियालदह और बाघ एक्सप्रेस में सीट खाली नहीं हैं। पंजाब मेल और सियालदह एक्सप्रेस के स्लीपर में केवल आरएसी में टिकट मिल रहे हैं।
मुंबई की ट्रेनों में वेटिंग 100 के पार है। 15 अप्रैल को पुष्पक और अवध असम में सीट फुल हैं। अवध असम के स्लीपर में आरएसी में टिकट मिल रहा है। 16 को भी पुष्पक, कुशीनगर और गोरखपुर-एलटीटी किसी भी ट्रेन में सीट नहीं है। केवल गोरखपुर-एलटीटी में आरएसी मिल रहा है।