प्रो.हेमचंद्रा ने बताया कि हॉट स्पॉट में किन लोगों के टेस्ट किए जाएं, यह स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों के साथ चर्चा के बाद तय किया जाएगा। टेस्ट में लोगों का ब्लड लेना है लिहाजा स्वास्थ्य टीम को पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध कराने को कहा गया है। प्रो.हेमचंद्रा ने बताया कि कोरोना का असर अलग-अलग शरीर पर अलग अलग दिनों के अंतराल में देखा गया है।
उत्तराखंड के हॉट स्पॉट में कोरोना वायरस का कम्युनिटी ट्रांसमिशन हुआ या नहीं यह जानने के लिए सोमवार से रैपिड एंटीबाडी टेस्ट शुरू किए जाएंगे। राज्य को केंद्र सरकार से फिलहाल 4800 जांच किट मिली हैं। उत्तराखंड में एंटी बॉडी रैपिड जांच के लिए हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हेमचंद्रा को नोडल अफसर बनाया गया है। संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक डॉ.अर्जुन सिंह सेंगर उनका सहयोग करेंगे।
ऐसे में जिन लोगों की टेस्टिंग की जाएंगी यदि वे निगेटिव आए तो एक सप्ताह बाद उनका फिर से टेस्ट हो सकता है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में अभी तक अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और आईसीएमआर की गाइडलाइन को भी फॉलो किया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव नितेश झा ने बताया कि सोमवार से हॉट स्पॉट बने देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल में रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट होंगे।
संदिग्ध व पीड़ितों के परिजनों के होंगे रैपिड टेस्ट
संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक डॉ.अर्जुन सिंह सेंगर ने बताया कि एंटी बॉडी रैपिड टेस्ट तीन रेड जोन जिलों देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल के 16 हॉट स्पॉट इलाकों में किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल हॉट स्पॉट के कंटेनमेंट एरिया में जिन मरीजों में फ्लू के लक्षण होंगे या कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आए लोगों या कोरोना पॉजिटिव के परिजनों के ही एंटी बॉडी टेस्ट किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि केंद्र से पहले चरण में सीमित रैपिड जांच किट आई हैं इसलिए फिलहाल जरूरी लोगों के ही टेस्ट किए जाएंगे। देहरादून से ये किट हरिद्वार और नैनीताल भेजी जा रही हैं। ऐसे में देहरादून और हरिद्वार में सोमवार से जबकि नैनीताल में मंगलवार से जांच शुरू होने की उम्मीद है।