राजाजी पार्क पर्यटकों के लिए बंद, एनटीसीए के आदेश के बाद सभी बुकिंग रद्द
गेट बंद होने के साथ ही इनमें घूमने के लिए की गई सभी बुकिंग भी तत्काल निरस्त कर दी गई हैं। जिससे दूर दराज से आने वाले पर्यटकों को भी काफी दिक्कत होगी। बताया जा रहा है कि गेट खोलने से पहले एनटीसीए की परमिशन भी नहीं ली गई थी। जिस पर एनटीसीए ने नाराजगी भी जताई है। टाइगर रिजर्व से जुड़े होने के कारण इस मामले को काफी गंभीर माना जा रहा है।
राजाजी पार्क को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। वक्त से पहले खोले गए तीनों गेट शुक्रवार शाम तत्काल प्रभाव से बंद कर दिए गए। नेशनल टाइगर कंजर्वेशन अथारिटी (एनटीसीए) के निर्देश पर ये कार्रवाई की गई। इस मामले में एक बार फिर अधिकारियों ने वन विभाग व सरकार की किरकिरी करवा दी है। चीफ वाइल्ड लाइफ वार्डन जेएस सुहाग के निर्देश पर ये गेट समय से डेढ़ माह पहले ही खोल दिए गए थे।
चीफ वाइल्ड लाइफ जेएस सुहाग के आदेश पर एक अक्टूबर से पार्क के चीला व मोतीचूर गेट खोल दिए गए थे। जबकि हर साल ये 15 नवंबर से खुलते थे। इसके अलावा मोतीचूर में सत्यनाराण मंदिर से एक नया गेट साल भर पर्यटन के लिए भी खोला गया था। इस मामले में किसी ने एनटीसीए में शिकायत की। जिसके बाद एनटीसीए ने गेट तत्काल बंद करने के निर्देश दिए।
जिस पर पार्क निदेशक ने आदेश करते हुए तीनों गेट तत्काल बंद करवा दिए। पर्यटकों की शनिवार व रविवार की सारी बुकिंग निरस्त कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि इस मामले में एनटीसीए काफी गंभीर है व सरकार से चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन के खिलाफ एक्शन की सिफारिश कर सकता है।