भूस्खलन के कारण यमुनोत्री हाइवे समेत 191 सड़कें बंद हो गई। बदरीनाथ केवल छोटे वाहनों के लिए खुल पाया। चमोली जिले के चोटिंग गांव में मलबा घुस जाने से 11 परिवारों को स्कूल में शिफ्ट किया गया है। मौसम विभाग ने 12 जुलाई तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की अनुमान जताया है। उत्तराखंड में भूस्खलन, घरों में मलबा घुसने और नदी, नालों के उफान पर आने का सिलसिला भी जारी रहा। देहरादून में कार के बह जाने से एक व्यक्ति की मौत हो गई।
रविवार को बारिश से भूस्खलन के कारण यमुनोत्री हाइवे समेत 191 सड़कों पर यातायात बंद हो गया। हाइवे बंद होने से कई यमुनोत्री यात्री राड़ी टॉप के पास फंस गए हैं। उधर, बदरीनाथ हाइवे देर शाम छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है।
द्वारीपैरा और ग्लेशियर प्वाइंट पर जारी भूस्खलन के कारण फूलों की घाटी की यात्रा दूसरे दिन भी बंद रही। फॉरेस्ट आफिसर अनूप कुमार ने बताया कि, डेढ़ सौ पर्यटकों को घांघरिया में रोका गया है। उधर, हेमकुंड साहिब पैदल मार्ग अस्थाई तौर पर खोल दिया गया है। गुरुद्वारा गोविन्दघाट के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि रविवार को 1100 सिख यात्री हेमकुंड के लिए रवाना हुए हैं।
केदारनाथ हाईवे पर तरसाली गांव के मार्ग पर पहाड़ से गिरे मलबे और पेड़ों की चपेट में आने से दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। गनीमत रही कि, घटना के वक्त कारों में कोई सवार नहीं था।
देहरादून के शिमला बाईपास मार्ग पर एक कार के रपटे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए। कार सवार पांवटा साहिब से देहरादून से लौट रहे थे।
पहाड़ पर जारी बारिश के कारण हरिद्वार में गंगा का जलस्तर रविवार सुबह चेतावनी निशान करीब पहुंच गया। हालांकि, दोपहर बाद गंगा का जलस्तर चेतावनी के निशान से नीचे आ गया।